पुलिस ने पकड़े फर्जी लोन एप ठगी के आरोपी
लगातार बढ़ते साइबर क्राइम को देखते हुए उत्तराखण्ड पुलिस अलर्ट मोड पर है इसी कड़ी में उत्तराखण्ड एसटीएफ ने एक फर्जी काॅल सेंटर का पर्दाफाश किया दरअसल लोगों के साथ हो रही लगातार ठगी के चलते उत्तराखण्ड की स्पेशल टास्क फोर्स और महाराष्ट्र् पुलिस ने संयुक्त अभियान के तहत औरंगाबाद में चल रहे फर्जी काॅल सेंटर में दबिश दी इसी बीच पुलिस आने की सूचना पर फर्जी काॅल सेंटर संचालक वहां से फरार हो गया। दबिस के दौरान पुलिस ने सेंटर में 150 लोगों को जो लोगो से काॅल के माध्यम से ठगी कर रहे थे गिरफतार किया। पूछताछ में पता चला कि वे 10 टीम लीडर्स के माध्यम से लोगो को एप का लिंक भेज सस्ते लोन दिलाने के नाम पर एप डाउनलोड कर उनके मोबाइल का एक्सेस लेते थे इसके बाद लोन दिलाकर उनसे भारी ब्याज वसूलते ग्राहक द्वारा ब्याज न देने पर उसको मोबाइल की गोपनीय जानकारी को सोशल मीडिया पर शेयर करने की धमकी देते जिससे डरके ग्राहक को मजबूरन भारी ब्याज के साथ लोन की रकम लौटानी पड़ती थी।
फर्जी लोन एप पर लोन दिलाकर साइबर क्रिमिनल लोगों को अपनी ठगी का शिकार बनाते हैं। ऐसा ही एक मामला देहरादून का है जहां लूनिया मोहल्ले मे रहने वाली एक महिला से ऑनलाइन 17 लाख रुपये की ठगी की गयी। जिसके बाद साइबर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया। ऐसी कई शिकायतें आने के बाद पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने इस तरह के फर्जी कॉल सेंटरों की जानकारी जुटानी शुरू करी।