सोमवार को भारत जोड़ों यात्रा को पंजाब में पाँच दिन हो गए थे । जिसके बाद राहुल गांधी ने पंजाब के मुख्यमंत्री मान को अपने निशाने पर लिया था जिसमें राहुल का कहना था की सीएम मान को अरविंद केजरिवल का रिमोट कंट्रोल नहीं बनना चाहिए। सीएम मान को बिल्कुल स्वतंत्र हो कर अपने राज्य को चलाना चाहिए। राहुल गांधी ने कहा की पंजाब में जितनी बार भी कांग्रेस की सरकार बनी है उसको पंजाब से ही चलाया गया है ना की दिल्ली से। हर किसी प्रदेश का अपना इतिहास, और जीने का तरीका होता है इसलिए मैं पंजाब के सीएम भगवंत मान से कहना चाहता हूं कि आप पंजाब के मुख्यमंत्री हैं इसलिए पंजाब को पंजाब से ही चलाना चाहिए। मान को अरविंद केजरीवाल और दिल्ली के दबाव में नहीं आना चाहिए और ना ही उनके कहने पर चलना चाहिए क्योंकि यह पंजाब के सम्मान की बात है। किसानों-मजदूरों की बात को अच्छे से सुनकर आपको खुद फैसले लेना चाहिए। राहुल गांधी का यह भी कहना था की लोकसभा ओर राज्यसभा में हमारी बात नहीं सुनी जाती जब भी बोलने का मोका मिलता है तो माइक को ऑफ कर दिया जाता है इसलिए हर बात को लोगों तक पहुचाने के लिए हमे भारत जोड़ों यात्रा शुरू करनी पड़ी। किसान आंदोलन में जब 700 किसान शहीद हुए थे तो उनकी याद में संसद में दो मिनट का मौन रखने का प्रस्ताव रखा तो केंद्र सरकार ने कहा कि किसान शहीद हुए ही नहीं थे।
केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए राहुल गांधी का कहना था कि हिंदुस्तान में जो व्यक्ति पसीना बहाता है वह तपस्वी है और देश में इनी लोगों पर ही हमले हो रहे हैं। किसानों का कर्जा माफ नहीं हो रहा है बल्कि सिर्फ तीन चार बड़े घरानों का करोड़ों का कर्ज माफ किया गया है। किसान आंदोलन में 700 किसान शहीद हुए थे और उनके बारे में तो कोई बात ही नहीं करता साथ ही एक साल तक किसान सड़कों पर बैठे रहे और पीएम मोदी के पास एक मिनट का भी समय नहीं था जो कि किसानों से बात कर सके अगर उनकी जगह डॉ. मनमोहन सिंह की सरकार होती तो वह खुद किसानों के पास जाते और उनकी सारी बात सुनते साथ ही कोई ना कोई कदम जरूर उठाते।