दून साइबर पुलिस ने औरंगाबाद के साथ मिलकर वहां पर एक कॉल सेंटर में छापा मारा और वहां 150 लोगी को पकड़ा गया जोकि जबरन लोगों से लोन वसूली के लिए उनको फोन कर रहे थे और तंग भी कर रहे थे इसके साथ पुलिस ने वहां से 1500 सिम को भी जपत भी किया और सिम कार्ड मशीनों को भी जब्त किया गया है। पुलिस वहां के सभी लोगों को नोटिस जारी किए और कॉल सेंटर का संचालक जिसका नाम सैय्यद जोहेब निवासी औरंगाबाद नाम का युवक है जो कि उस समय मोके से फरार हो गया। उस संचालक के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया गया। डीएसपी अंकुश मिश्रा ने बताया की पिछले थोड़े दिन पहले 17 लाख की धोखाधड़ी करने पर अंकुर ढींगरा का नाम आया था जिस लिए उस युवक को गिरफ्तार किया गया था। यह युवक चीन के कुछ साथियों के साथ मिलकर फर्जी लोन एप से लोगों को लोन देने का झांसा देकर उनके साथ ठगी करते थे। अंकुर ढींगरा ने उसके चीनी साथियों के साथ मिलके देशभर के लोगों के 300 करोड़ ठगे हैं। उससे पूछताछ की गई तो पता चला कि वह एक बार चीन के कुछ साथियों को औरंगाबाद महाराष्ट्र ले गया था और उनके साथ मिलकर एक कॉल सेंटर चलाता था और लोगों से जबरन पैसे वसूल करने के लिए उनको फोन करता था। पूछताछ के बाद औरंगाबाद पुलिस की मदद से इस कॉल सेंटर पर छापा मारा गया और यहां पर कुल 150 युवक और युवतियां देशभर में फोन कर रहे थे और लोगों को धमका रहे वह कई तरह का डर दिखाकर उनसे पैसे मांग रहे थे। सभी को औरंगाबाद पुलिस की मदद से पकड़ा गया और उन्हें नोटिस दिए गए।
77 नंबर की सीरीज के सिम से किया जा रहे थे लोगों को फोन
वोडाफोन कंपनी के 77 नंबर की एक विशेष सीरीज थी जिससे की लोगों को कॉल किए जा रहे थे। जांच में पता चला कि एक साथ 32 सिम चार अक्टूबर 2022 को एक ही कंपनी यश इंटरप्राइजेज ने पोर्ट कराकर एक्टिवेट कराए और यहां मौजूद कर्मचारियों ने बताया कि कंपनी का मालिक सैय्यद जोहेब विभिन्न टीम लीडर्स के माध्यम से इनको काम दिया करता था इन सभी लोगों को भारतपे और वोडाफोन के लाइसेंस प्राप्त हैं लेकिन इसकी आड़ में भारत के विभिन्न लोगों को कॉल किया जाता है और उनसे पैसे वसूलने का काम दिया गया।