KNEWS DESK – देशभर में आज बसंत पंचमी का त्योहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस शुभ अवसर पर महाकुंभ में अमृत स्नान के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। प्रशासन के अनुसार, करीब 3 करोड़ श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाने के लिए प्रयागराज पहुंचे हैं। मौनी अमावस्या के दौरान हुई भगदड़ से सीख लेते हुए इस बार प्रशासन ने सुरक्षा और यातायात प्रबंधन को और कड़ा कर दिया है।
अमृत स्नान के लिए उमड़ा जनसैलाब
बसंत पंचमी के दिन प्रयागराज में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखने को मिल रही है। गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के संगम पर आस्था की लहरें उमड़ रही हैं। बसंत पंचमी की तिथि 2 फरवरी की सुबह 9:14 बजे से शुरू होकर 3 फरवरी की सुबह 6:52 बजे तक रहेगी। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अमृत स्नान ब्रह्म मुहूर्त में किया जाता है, इसलिए मुख्य स्नान 3 फरवरी को होगा।
सीएम योगी ने किया व्यवस्थाओं का निरीक्षण
बसंत पंचमी के अमृत स्नान को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद तैयारियों का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि इस बार महाकुंभ में किसी भी प्रकार की अव्यवस्था न हो और सुरक्षा के इंतजाम पुख्ता किए जाएं। पुलिस प्रशासन ने संगम क्षेत्र में सुरक्षा बढ़ा दी है और घाटों पर सतर्क निगरानी रखी जा रही है।
मौनी अमावस्या के दौरान भगदड़ की घटना के बाद प्रशासन ने इस बार महाकुंभ में सभी वीआईपी पास रद्द करने का फैसला किया है। साथ ही, भीड़ को नियंत्रित करने के लिए वन-वे रूट लागू कर दिया गया है। प्रयागराज के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने बताया कि 2 और 3 फरवरी को शहर में डायवर्जन स्कीम लागू रहेगी। हालाँकि, वाहनों की एंट्री पर पूरी तरह से रोक नहीं होगी, लेकिन भीड़ नियंत्रण के लिए कुछ मार्ग बदले गए हैं।
रेलवे ने चलाईं विशेष ट्रेनें
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए रेलवे ने विशेष ट्रेनों की व्यवस्था की है। महाकुंभ के अमृत स्नान के लिए आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कई अतिरिक्त ट्रेनों को चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके अलावा, बस सेवाओं को भी दुरुस्त किया गया है ताकि दूर-दराज से आने वाले भक्तों को किसी तरह की परेशानी न हो।
अयोध्या में भी श्रद्धालुओं का सैलाब
अयोध्या में भी बसंत पंचमी पर भक्तों का जनसैलाब उमड़ने की संभावना है। अनुमान लगाया जा रहा है कि करीब 20 लाख श्रद्धालु इस पावन अवसर पर रामलला के दर्शन के लिए अयोध्या पहुंचेंगे। भीड़ नियंत्रण के लिए प्रशासन ने विशेष यातायात योजनाएं लागू की हैं। अयोध्या में बाहरी जिलों से आने वाले वाहनों को सीमाओं पर ही रोक दिया जाएगा और श्रद्धालुओं को मुख्य मंदिर तक पैदल ही जाना पड़ेगा।
बसंत पंचमी का धार्मिक महत्व
बसंत पंचमी को मां सरस्वती की आराधना का विशेष दिन माना जाता है। इस दिन विद्या, ज्ञान और संगीत की देवी सरस्वती की पूजा की जाती है। महाकुंभ में इस दिन अमृत स्नान का विशेष महत्व है, क्योंकि यह पुण्यकाल का स्नान माना जाता है, जिससे व्यक्ति के सभी पाप समाप्त हो जाते हैं और मोक्ष की प्राप्ति होती है।