KNEWS DESK- डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंहानंद गिरि के विवादित बयान के बाद भारत के कई हिस्सों में तनाव का माहौल उत्पन्न हो गया है। गाजियाबाद में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को बल प्रयोग करना पड़ा, जहां 200 से ज्यादा लोगों पर 7 से अधिक एफआईआर दर्ज की गई हैं।
महाराष्ट्र के अमरावती में भी हालात बेकाबू हो गए, जहां सैकड़ों लोगों ने नागपुरी गेट पुलिस थाने के बाहर पथराव और तोड़फोड़ की। इस घटना में 21 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं और पुलिस के 10 वाहनों को भी नुकसान पहुंचा। अधिकारी ने बताया कि इस संबंध में 1,200 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है, जिनमें से 26 की पहचान की जा चुकी है। यति नरसिंहानंद के खिलाफ भी एक मामला दर्ज किया गया है।
गाजियाबाद में महंत के बयान के विरोध में बसपा से निष्कासित नेता रवि गौतम ने शनिवार को हंगामा किया। इस दौरान पुलिस को हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा। लोनी विधायक नंद किशोर गुर्जर ने भी देवी मंदिर का दौरा किया और इसे आस्था पर हमले का प्रयास बताया, साथ ही पुलिस से कड़ी कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने विवादित सोशल मीडिया पोस्ट करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है। कमिश्नर अजय कुमार मिश्र ने बताया कि देवी मंदिर में सुरक्षा के लिए पुलिस बल तैनात किया गया है, जिसमें पीएसी के सशस्त्र जवान भी शामिल हैं।
महंत यति नरसिंहानंद के शिष्यों ने भी विवादित बयान दिया, जिसमें वे धार्मिक भावनाओं को आहत करते दिख रहे थे। इस मामले में वेव सिटी थाने में उनके खिलाफ केस दर्ज किया गया है। प्रमुख मुस्लिम संगठन जमीयत उलमा-ए-हिंद ने यति नरसिंहानंद की गिरफ्तारी की मांग की है, और कहा कि एफआईआर दर्ज करना पर्याप्त नहीं है। संगठन के अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी ने आरोप लगाया कि महंत की टिप्पणियां असहनीय हैं और इससे लोगों की भावनाएं आहत हुई हैं। इस स्थिति के मद्देनजर, पुलिस ने सक्रियता बढ़ा दी है और तनाव को नियंत्रण में रखने का प्रयास जारी है। आगे की कार्रवाई के लिए सभी निगाहें स्थानीय प्रशासन पर हैं।
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