KNEWS DESK – राजस्थान सरकार ने अपने एक साल के कार्यकाल की उपलब्धियों का जश्न मनाते हुए शनिवार को उदयपुर में राज्य स्तरीय महिला सम्मेलन आयोजित किया। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस अवसर पर कई नई योजनाओं की शुरुआत की और महिलाओं को विशेष लाभ प्रदान किया। इन योजनाओं से महिलाओं की सुरक्षा, शिक्षा और आर्थिक सशक्तिकरण को प्रमुख रूप से बढ़ावा मिलेगा।
महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत
बता दें कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सम्मेलन के दौरान कई महत्वपूर्ण योजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें सबसे प्रमुख योजना थी ‘राज कॉप एप’, जो महिलाओं को आपात स्थिति में 24 घंटे पुलिस सहायता प्रदान करेगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने मेधावी छात्राओं को स्कूटी और साइकिल प्रदान करने का एलान किया। उन्होंने बालिकाओं के लिए ‘लाड़ो प्रोत्साहन योजना’ के तहत एक लाख लाभार्थियों के खाते में 2500 रुपये पहली किस्त के रूप में ट्रांसफर किए।
महिलाओं की सुरक्षा पर विशेष ध्यान
सीएम भजनलाल शर्मा ने कहा कि उनकी सरकार महिलाओं की सुरक्षा के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि पिछली सरकार के दौरान महिलाओं से जुड़े अपराधों की समस्या रही, जबकि उनकी सरकार ने महिलाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इसके तहत आज एक नया मोबाइल ऐप लॉन्च किया गया, जो महिलाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित करेगा।
महिलाओं के लिए आर्थिक सहायता और सब्सिडी योजनाएं
मुख्यमंत्री ने महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण के लिए भी कई योजनाओं की शुरुआत की। उन्होंने मुख्यमंत्री रसोई गैस सब्सिडी योजना का शुभारंभ किया, जिसके तहत 27 लाख महिलाओं के खातों में गैस सिलेंडर की सब्सिडी राशि ट्रांसफर की गई। इसके अलावा, प्रधानमंत्री मातृ वंदन योजना में लगभग 4 लाख 50 हजार महिलाओं को लाभान्वित किया गया और इस योजना के तहत दी जाने वाली राशि को 5000 रुपये से बढ़ाकर 6500 रुपये कर दिया गया।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के लिए महत्वपूर्ण निर्णय
राज्य सरकार ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की मेहनत को सराहा और उनके मासिक मानदेय में वृद्धि की। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं का मासिक मानदेय 10 प्रतिशत बढ़ाकर 9581 रुपये किया गया है। सहायिकाओं के मानदेय को 5590 रुपये और शिशु पालन गृह कार्यकर्ताओं का मानदेय 4554 रुपये कर दिया गया है।
शिक्षा और स्वावलंबन के लिए पहल
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने शिक्षा के क्षेत्र में भी महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं। उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए 21 बालिकाओं को निःशुल्क स्कूटी देने का ऐलान किया गया। इसके साथ ही, 10 हजार इलेक्ट्रिक कुकिंग सिस्टम का वितरण भी शुरू किया गया।
स्वयं सहायता समूहों और आंगनबाड़ी केंद्रों का सशक्तिकरण
मुख्यमंत्री ने 45 लाख स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं के लिए ‘राजसखी’ ऐप लॉन्च किया, जो उनके स्वावलंबन को बढ़ावा देगा। इसके अलावा, आंगनबाड़ी केंद्रों में बच्चों को दूध वितरित करने के लिए ‘अमृत आहार योजना’ की शुरुआत की गई है। इस योजना से हर आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों को दूध दिया जाएगा।
नवीन आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना
राज्य सरकार ने महिलाओं और बच्चों के हित में बड़ी पहल की है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि हर विधानसभा क्षेत्र में पांच नए आंगनबाड़ी केंद्र खोले जाएंगे और हर ब्लॉक में एक आदर्श आंगनबाड़ी केंद्र स्थापित किया जाएगा।