KNEWS DESK- समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। बृहस्पतिवार को बिजली चोरी के मामले में उनके खिलाफ कार्रवाई की गई, जिसके बाद उन्हें 1.19 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया। इसके बाद शुक्रवार को उनके घर के बाहर प्रशासन का बुलडोजर चला, जहां नाली पर बनी सीढ़ियां और स्लैब तोड़ दिए गए। प्रशासनिक कार्रवाई के दौरान सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया, और ड्रोन के माध्यम से निगरानी भी की गई।
यह घटनाक्रम तब सामने आया, जब 24 नवंबर को जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी। पुलिस ने इस हिंसा के मामले में सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क को आरोपी बनाया है और उन पर भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया है। इसके बाद से उनके खिलाफ विभिन्न कार्रवाई की जा रही है, जिससे उनकी मुश्किलें और बढ़ गई हैं।
बीते मंगलवार को प्रशासन ने उनके घर पर बिजली चोरी का शक जताते हुए एक डिजिटल मीटर लगाया था। इसके बाद, बृहस्पतिवार को बिजली विभाग की टीम ने उनके घर पर बिजली उपकरणों की जांच की। बिजली विभाग के एसई विजय कुमार गुप्ता ने दावा किया कि सांसद के घर पर दो-दो किलोवाट के दो मीटर लगे हैं, जबकि घर में मौजूद बिजली उपकरणों की कुल क्षमता 16 किलोवाट से अधिक है। इसके आधार पर बिजली चोरी का आरोप लगाया गया और जुर्माना भी लगाया गया।
इन घटनाओं के बाद सांसद जियाउर्रहमान बर्क की स्थिति और जटिल हो गई है। इस कार्रवाई को लेकर राजनीतिक हलकों में हलचल मच गई है, और विरोधी पक्ष उनके खिलाफ कार्रवाई को लेकर सवाल उठा रहे हैं। वहीं, सांसद बर्क अपनी बेगुनाही का दावा कर रहे हैं और आरोपों को राजनीतिक साजिश करार दे रहे हैं।
जियाउर्रहमान बर्क के खिलाफ हो रही लगातार कार्रवाई से उनकी राजनीतिक स्थिति पर असर पड़ सकता है, और आने वाले समय में इस मामले पर और भी खुलासे हो सकते हैं।
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