KNEWS DESK – महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के प्रमुख शरद पवार ने आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संसद भवन में मुलाकात की। यह मुलाकात महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद हुई, जिसमें महायुति गठबंधन की भारी जीत और एमवीए (कांग्रेस, एनसीपी और शिवसेना) गठबंधन की हार का सामना करना पड़ा। इस दौरान पवार ने पीएम मोदी को दिल्ली में आयोजित होने वाले 98वें अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का निमंत्रण दिया, हालांकि पवार ने इस विषय पर विस्तार से बात करने से इंकार कर दिया।
बता दें कि इस मुलाकात के दौरान, पवार के साथ सतारा जिले से आए दो किसान भी मौजूद थे, जिन्होंने प्रधानमंत्री को उनके खेत से लाए गए अनार का तोहफा भेंट किया। शरद पवार ने इस मुलाकात के दौरान किसानों से जुड़े मुद्दों पर बात की, विशेषकर अनार की खेती और किसानों के हालात पर चर्चा की।
शरद पवार ने किया साहित्य सम्मेलन का निमंत्रण
सूत्रों के मुताबिक, शरद पवार ने पीएम मोदी से मुलाकात के दौरान अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन का निमंत्रण पत्र सौंपा। पवार इस सम्मेलन के स्वागताध्यक्ष हैं, जो 21 से 23 फरवरी 2025 तक दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित होने जा रहा है। पवार ने पीएम मोदी को सम्मेलन में आने का आह्वान किया है। हालांकि, इस मुलाकात में पवार ने सम्मेलन के विषय पर कोई चर्चा नहीं की और इसे लेकर कोई बयान नहीं दिया।
किसानों का तोहफा – अनार के डिब्बे
मुलाकात के दौरान शरद पवार अपने साथ दो किसान भी लाए थे। ये किसान महाराष्ट्र के फलटन इलाके से थे, और पवार ने पीएम मोदी को उनके खेत से लाए गए अनार के डिब्बे भेंट किए। यह gesture पवार के द्वारा महाराष्ट्र के किसानों की स्थिति और उनकी खेती को लेकर एक सकारात्मक संदेश देने के रूप में देखा जा रहा है।
पवार ने ‘वन नेशन, वन इलेक्शन’ पर चुप्पी साधी
मुलाकात के बाद जब पवार से वन नेशन, वन इलेक्शन (एक देश, एक चुनाव) पर सवाल पूछा गया, तो उन्होंने कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके अलावा, महाराष्ट्र की राजनीति और विधानसभा चुनाव के बाद के घटनाक्रम पर भी पवार ने कोई बयान नहीं दिया। पिछले महीने नवंबर में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में, महायुति गठबंधन ने 288 सदस्यीय विधानसभा में 235 सीटों पर जीत हासिल की, जबकि एमवीए गठबंधन केवल 46 सीटों पर सिमट कर रह गया।
साहित्य सम्मेलन को लेकर पवार की चुप्पी
जब पवार से इस मुलाकात में मराठी साहित्य सम्मेलन के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने साफ तौर पर कहा, “मैंने मराठी साहित्य सम्मेलन के विषय पर बात नहीं की।” इस बयान से यह साफ हो गया कि पवार का मुख्य उद्देश्य पीएम मोदी से साहित्य सम्मेलन का निमंत्रण देने के अलावा अन्य मुद्दों पर चर्चा नहीं करना था।
प्रधानमंत्री कार्यालय का बयान
प्रधानमंत्री कार्यालय ने इस मुलाकात को लेकर बताया कि शरद पवार और उनके साथ आए किसानों ने प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की, जिसमें किसान और कृषि से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की गई। पीएम मोदी के साथ इस मुलाकात के दौरान अनार के तोहफे के साथ ही किसानों के उत्थान के लिए विचार-विमर्श किया गया।