KNEWS DESK- दिल्ली में वायु प्रदूषण की रोकथाम के लिए सरकार ने सोमवार से ‘रेडलाइट ऑन-गाड़ी ऑफ’ अभियान शुरू किया है। इस अभियान की शुरुआत आईटीओ चौराहे से की गई, और आगे बाराखंभा रोड पर बृहस्पतिवार और दिल्ली गेट चौराहे पर शनिवार को भी यह अभियान चलाया जाएगा।
पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने वाहन चालकों से अपील की है कि वे रेडलाइट पर रुकते समय अपनी गाड़ी का इंजन बंद कर दें। उन्होंने कहा, “इस समय प्रदूषण के प्रमुख कारण बायोमास बर्निंग, धूल, और वाहनों से होने वाला प्रदूषण हैं। इसे ध्यान में रखते हुए यह अभियान शुरू किया गया है।”
मंत्री राय ने बताया कि एक व्यक्ति जब दिल्ली में अपनी गाड़ी लेकर निकलता है, तो वह 8 से 10 रेडलाइट पर रुकता है। यदि हर बार वह 2 मिनट भी रुकता है और इंजन बंद नहीं करता, तो वह 25 से 30 मिनट तक ईंधन बर्बाद करता है। उन्होंने कहा कि इस नजरिए में बदलाव लाने की आवश्यकता है।
राय ने यह भी दावा किया कि पिछले वर्षों में दिल्लीवासियों और संबंधित विभागों के प्रयासों से प्रदूषण के स्तर में करीब 34.6 प्रतिशत की कमी आई है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार ने प्रदूषण के खिलाफ ‘ग्रीन वार रूम’ शुरू किया है और धूल प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए एंटी डस्ट कैंपेन चला रखा है।
इसके अतिरिक्त, पराली जलाने की घटनाओं में कमी आई है, जिसका श्रेय पंजाब सरकार के प्रयासों को दिया जा रहा है। हालांकि, उन्होंने हरियाणा और उत्तर प्रदेश सरकारों पर आरोप लगाया कि वे इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठा रही हैं।
गोपल राय ने कहा कि दिल्ली में सीएनजी और इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जा रहा है, लेकिन आनंद विहार में उत्तर प्रदेश से आने वाली हजारों डीजल बसें प्रदूषण फैला रही हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश सरकार से अनुरोध किया कि वह प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए ठोस कदम उठाए। दिल्ली सरकार की यह पहल प्रदूषण को नियंत्रित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, और सभी नागरिकों से इस अभियान में सहयोग की अपेक्षा की जा रही है।