KNEWS DESK – राजस्थान सरकार ने राज्य के सरकारी कॉलेजों के लिए एक नया आदेश जारी किया है, जिसके तहत कॉलेजों को भगवा रंग में रंगने की दिशा में कदम उठाए गए हैं। जयपुर स्थित कमिश्नरेट कॉलेज एजुकेशन द्वारा पहले चरण में 20 सरकारी कॉलेजों में इस निर्णय को लागू किया जाएगा। इन कॉलेजों के मुख्य भवन, प्रवेश द्वार और आसपास के क्षेत्रों को व्हाइट होल्ड और ऑरेंज ब्राउन रंग से पेंट किया जाएगा। इस बदलाव का उद्देश्य कॉलेजों में सकारात्मक, शांतिपूर्ण और शैक्षिक वातावरण का निर्माण करना है, जिससे छात्रों को बेहतर मानसिक स्थिति में अध्ययन करने का अवसर मिले।
कायाकल्प योजना का शुभारंभ
आपको बता दें कि राजस्थान के उच्च शिक्षा विभाग के तहत कॉलेज शिक्षा आयुक्तालय ने इस योजना को ‘कायाकल्प योजना’ नाम दिया है। इस योजना के पहले चरण में, पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर, संभाग के दो-दो राजकीय महाविद्यालयों को भगवा रंग से रंगा जाएगा। विभाग ने कहा कि यह कदम विद्यार्थियों के लिए एक सकारात्मक शैक्षिक वातावरण तैयार करने के उद्देश्य से उठाया गया है, ताकि कॉलेज में प्रवेश करते ही छात्र सकारात्मकता और शांति का अनुभव कर सकें।
फोटो भेजने का निर्देश
राज्य सरकार ने यह भी निर्देश दिया है कि सभी कॉलेजों को पेंटिंग के बाद 7 दिन के भीतर उसकी फोटो शिक्षा विभाग को भेजनी होगी। यह सुनिश्चित करने के लिए किया जाएगा कि योजना के तहत निर्धारित मानकों का पालन हो और इसका सही तरीके से कार्यान्वयन हो सके।
रंग से सकारात्मक माहौल का निर्माण
महत्वपूर्ण रूप से, विभाग का कहना है कि कॉलेजों के मेन गेट को भगवा रंग में रंगने का उद्देश्य एक शांति और सकारात्मकता का वातावरण उत्पन्न करना है। विभाग के मुताबिक, “प्रदेश के महाविद्यालय उच्च शिक्षा के प्रमुख केंद्र हैं और इनका शैक्षिक वातावरण ऐसा होना चाहिए कि विद्यार्थियों को कॉलेज में प्रवेश करते समय एक सकारात्मक अनुभूति हो।”
समाज में अच्छा संदेश भेजने का प्रयास
राजस्थान सरकार का मानना है कि रंगों का प्रभाव मानसिकता पर पड़ता है, और भगवा रंग भारतीय संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है, जो विद्यार्थियों को प्रेरित करने और शैक्षिक माहौल को और बेहतर बनाने में सहायक हो सकता है। विभाग ने इसे न केवल एक शैक्षिक सुधार के रूप में देखा है, बल्कि इसे समाज में भारतीय संस्कृति और शिक्षा के प्रति सकारात्मक संदेश भेजने का एक प्रयास भी माना है।
भविष्य में अन्य कॉलेजों को भी शामिल करने की योजना
पहले चरण में 20 कॉलेजों को इस योजना में शामिल किया गया है, लेकिन आने वाले समय में इसे राज्य के अन्य सरकारी कॉलेजों तक विस्तारित करने की योजना है। यह योजना विशेष रूप से शैक्षिक परिसरों में स्वच्छता, स्वास्थ्य और शांति को बढ़ावा देने के लिए तैयार की गई है।