KNEWS DESK- आज संसद के बजट सत्र के दौरान लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर चर्चा की शुरुआत हुई। इस चर्चा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी हिस्सा लिया। अपने संबोधन में उन्होंने सरकार पर तीखा हमला बोला और कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण में कुछ भी नया नहीं था।
राहुल गांधी ने कहा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान ध्यान बनाए रखना कठिन था क्योंकि उसमें वही बातें दोहराई गईं, जो पहले भी कई बार सुनी जा चुकी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार के कार्यों की सूची बहुत छोटी है और सरकार बार-बार उन्हीं उपलब्धियों को गिनाती है। उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रपति का अभिभाषण अधिक व्यापक और प्रभावशाली होना चाहिए था।
राहुल गांधी ने चर्चा के दौरान देश में बढ़ती बेरोजगारी के मुद्दे को भी उठाया। उन्होंने कहा कि भारत एक तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है, लेकिन बेरोजगारी एक गंभीर समस्या बनी हुई है। उन्होंने स्वीकार किया कि न केवल वर्तमान एनडीए सरकार बल्कि पिछली यूपीए सरकार भी इस समस्या से प्रभावी ढंग से निपटने में असफल रही है। उन्होंने सरकार से युवाओं के रोजगार को लेकर स्पष्ट रणनीति पेश करने की मांग की।
राहुल गांधी के इस बयान के बाद सत्तापक्ष के सांसदों ने विरोध जताया, जबकि विपक्षी दलों ने उनके विचारों का समर्थन किया। चर्चा के दौरान विभिन्न सांसदों ने भी अपनी राय व्यक्त की और सरकार की नीतियों की समीक्षा की।
लोकसभा में इस चर्चा का उद्देश्य राष्ट्रपति के अभिभाषण पर विस्तृत विचार-विमर्श करना और देश के समक्ष मौजूद प्रमुख मुद्दों पर सरकार की नीतियों की समीक्षा करना था। आगामी दिनों में इस चर्चा के और अधिक गहराई से होने की संभावना है।
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