राज्यसभा में गुरुवार को सभापति तथा उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की अनुपस्थिति में दिग्गज एथलीट पी.टी. उषा ने सदन की कार्यवाही की अध्यक्षता की।
पीटी उषा ने इसे गौरवपूर्ण क्षण बताते हुए आशा जताई कि इससे वह नया ‘मील का पत्थर’ बना सकेंगी। पी.टी. उषा को जुलाई, 2022 में भारतीय जनता पार्टी ने राज्यसभा में मनोनीत किया था। वह नवंबर, 2022 में भारतीय ओलिम्पिक एसोसिएशन की अध्यक्ष भी निर्वाचित हुई थीं।
पी.टी. उषा ने ट्वीट करते हुए लिखा कि फ्रैंकलिन डी. रूज़वेल्ट ने कहा था, ‘जब अधिकार ज्यादा होते हैं, तो जिम्मेदारी भी बड़ी होती है…’ इसे मैंने तब महसूस किया, जब मैंने राज्यसभा सत्र की अध्यक्षता की। अपने लोगों द्वारा मुझमें निहित विश्वास और आस्था के साथ यह सफर करते हुए मैं उम्मीद करती हूं, इससे मील का पत्थर बना सकूंगी।’
"Great power involves great responsibility" as said by Franklin D. Roosevelt was felt by me when I chaired the Rajya Sabha session. I hope to create milestones as I undertake this journey with the trust and faith vested in me by my people.
? @sansad_tv pic.twitter.com/bR8wKlOf21— P.T. USHA (@PTUshaOfficial) February 9, 2023
पी.टी. उषा द्वारा वीडियो पोस्ट करने के तुरंत बाद उनके समर्थकों ने उनको बधाई देना शुरू कर दिया। विजेंद्र रेड्डी नाम के एक यूजर ने लिखा, ‘एक महान खिलाड़ी को राज्यसभा सत्र की अध्यक्षता करते हुए देखकर खुशी हुई। सभी खेल प्रेमियों के लिए गर्व का क्षण। गोल्डन गर्ल पी.टी. उषा जिन्होंने अपने सुनहरे दिनों में एथलेटिक्स में कई पदक जीते और वर्तमान में IOA की अध्यक्ष हैं, वास्तव में वो इस सम्मान की हकदार हैं।
भारत महेश नाम के एक अन्य यूजर ने लिखा, ‘संसद के इतिहास में यह इतना समृद्ध और विस्मयकारी क्षण है कि भारत की सबसे महान महिला खिलाड़ियों में से एक राज्यसभा की कार्यवाही की अध्यक्षता कर रही हैं। मोहित सेठी नाम के एक यूजर ने लिखा कि जहां तक मुझे याद है, अभी तक किसी भी खिलाड़ी ने राज्यसभा की अध्यक्षता नहीं की है। अगर मैं सही हूं। वास्तव में लोकतंत्र के लिए एक मील का पत्थर। अपने जीवन काल में इसे देखकर खुशी हुई। शुभकामनाएं मैम और राजनेताओं के अनुशासन को सीखना चाहिए।
‘पय्योली एक्सप्रेस’ के नाम से मशहूर पी.टी. उषा ने कई अंतरराष्ट्रीय खेल मंचों पर भारत के लिए पदक जीते हैं, जिनमें एशियाई खेल, एशियाई चैम्पियनशिप तथा वर्ल्ड जूनियर इन्विटेशनल मीट शामिल हैं। अपने करियर के दौरान उन्होंने कई राष्ट्रीय तथा एशियाई रिकॉर्ड तोड़े और बनाए हैं। पी.टी. उषा ने एशियाई खेलों में चार स्वर्ण और सात रजत पदक हासिल किए। साल 1984 में लॉस एंजिलिस में हुए ओलिम्पिक खेलों में वह महिलाओं की 400 मीटर बाधा दौड़ स्पर्धा में एक सेकंड के 100वें भाग से पदक से चूककर चौथे स्थान पर रह गई थीं।