KNEWS DESK- देशभर में इस्लाम धर्म पर की गई विवादित टिप्पणियों के खिलाफ उठ रही आवाजें अब भी शांत नहीं हुई हैं। इस विवाद ने मध्य प्रदेश के निमाड़ अंचल में भी अपना असर दिखाया है। हाल ही में, खरगोन जिले में मुस्लिम समाज के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) से मुलाकात की और इस मामले में महंत रामगिरी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।
मामले की शुरुआत और विरोध
15 अगस्त को महाराष्ट्र के नासिक में महंत रामगिरी द्वारा दिए गए विवादित बयान को लेकर मुस्लिम समाज में गहरा आक्रोश है। इस बयान में महंत ने इस्लाम धर्म पर आपत्तिजनक टिप्पणियां की थीं, जिन्हें देखकर और सुनकर मुस्लिम समाज की धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं। स्थानीय मुस्लिम प्रतिनिधिमंडल ने एसपी से मुलाकात कर महंत रामगिरी के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की और इस मुद्दे पर ज्ञापन सौंपा।
गौस-ए-आज़म फाउंडेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मुफ्ती मोहम्मद सैफुल्लाह ने बताया कि उन्होंने एक वायरल वीडियो में महंत रामगिरी की टिप्पणियां देखीं। इस वीडियो में महंत इस्लाम धर्म के बारे में आपत्तिजनक बातें कर रहे थे। मुफ्ती सैफुल्लाह ने आरोप लगाया कि महंत ने दो समुदायों के बीच द्वेष उत्पन्न करने और देश का माहौल खराब करने की कोशिश की है।
प्रतिक्रिया और कानूनी मांगें
मुफ्ती सैफुल्लाह ने आगे कहा कि इस मामले में खरगोन की अहले सुन्नत व जमाअत कमेटी और अन्य संस्थाओं ने 22 तारीख को जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर कार्रवाई की मांग की थी। अब वे चाहते हैं कि महंत रामगिरी के खिलाफ आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया जाए और उसे गिरफ्तार कर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए।
इस घटनाक्रम ने मुस्लिम समाज में गहरी नाराजगी और विरोध का माहौल पैदा कर दिया है। सभी पक्षों की नजर अब इस मामले पर है, और देखना होगा कि संबंधित authorities इस मुद्दे पर कैसे कार्रवाई करती हैं।
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