KNEWS DESK – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 13 दिसंबर 2024 को उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित पवित्र त्रिवेणी तट पर कुंभ कलश की स्थापना करेंगे। यह आयोजन महाकुंभ मेला 2025 की शुरुआत का प्रतीक होगा, जो 13 जनवरी से 26 फरवरी तक चलेगा। इस ऐतिहासिक अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी त्रिवेणी पूजन करेंगे और साधु-संतों से संवाद करेंगे, साथ ही कुंभाभिषेकम भी करेंगे।
कुंभ कलश की विशेषता
मेला प्राधिकरण द्वारा तैयार किया गया कुंभ कलश विशेष रूप से सजाया गया है। यह अष्टधातु से निर्मित एक रत्न जड़ित कलश होगा, जिसे मोतियों से सजा गया है। इस कलश में गंगा जल के साथ-साथ सर्वोशधि, पंचरत्न, दुर्बा, सुपारी, हल्दी और अन्य धार्मिक सामग्री रखी जाएगी। खास बात यह है कि इस कलश में आम के पत्ते और नारियल भी रखे जाएंगे, जिससे इसे अमृत रूपी कलश के रूप में प्रतिष्ठित किया जाएगा। इसके अलावा, इसमें गौशाला और विभिन्न तीर्थस्थलों की मिट्टी भी डाली जाएगी, जो धार्मिकता और समृद्धि का प्रतीक मानी जाती है।
कुंभ कलश की पूजा और स्थापना
प्रधानमंत्री मोदी त्रिवेणी तट पर इस कुंभ कलश का पूजन करेंगे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इसे प्रधानमंत्री को सौंपेंगे, जिसके बाद पीएम मोदी इस कलश का पूजन कर उसे स्थापित करेंगे। पूजन में वैदिक मंत्रों का उच्चारण होगा, और साथ ही पंचामृत स्नान भी कराया जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी इस अवसर पर देशवासियों की सुख-समृद्धि के लिए प्रार्थना करेंगे, साथ ही भारत को विश्व गुरु बनाने की कामना भी करेंगे।
7000 करोड़ की योजनाओं की घोषणा
इस आयोजन के दौरान प्रधानमंत्री मोदी 7,000 करोड़ रुपये की योजनाओं की घोषणा भी करेंगे, जिनका उद्देश्य उत्तर प्रदेश और विशेष रूप से प्रयागराज के विकास को गति देना है। इन योजनाओं में बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण सुधार की योजना है, जो यहां के लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाएगी।
महाकुंभ मेला 2025 की तिथियां
महाकुंभ मेला हर 12 साल में आयोजित होता है, और यह दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और धार्मिक आयोजन माना जाता है। महाकुंभ 2025 की शुरुआत 13 जनवरी से होगी और यह 26 फरवरी 2025 तक चलेगा। इस दौरान लाखों श्रद्धालु गंगा, यमुन और सरस्वती नदियों के संगम में डुबकी लगाने के लिए आएंगे, जिससे उन्हें पापों से मुक्ति मिलने की मान्यता है।