प्रधानमंत्री मोदी सोमवार को भोपाल में दो दिवसीय वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे। यह शिखर सम्मेलन मध्यप्रदेश को वैश्विक निवेश केंद्र के रूप में स्थापित करने का एक महत्वपूर्ण कदम है। शिखर सम्मेलन में कई विभागीय शिखर सम्मेलन होंगे, जिनमें फार्मा और चिकित्सा उपकरण, परिवहन, साजो सामान, उद्योग, कौशल विकास, पर्यटन और सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम (MSME) पर विशेष सत्र आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा, प्रमुख साझेदार देशों के लिए विशेष सत्रों के साथ-साथ ग्लोबल साउथ, लैटिन अमेरिका और कैरिबियाई देशों पर केंद्रित अंतरराष्ट्रीय सत्र भी आयोजित होंगे। यह सम्मेलन मध्यप्रदेश में निवेश के अवसरों को बढ़ावा देने और राज्य को वैश्विक स्तर पर एक प्रमुख निवेश केंद्र के रूप में स्थापित करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने इस शिखर सम्मेलन को लेकर कहा कि यह सम्मेलन न केवल मध्यप्रदेश, बल्कि समग्र भारत के लिए निवेश और विकास के अवसरों का द्वार खोलेगा। सम्मेलन में 60 से अधिक देशों के प्रतिनिधि, विभिन्न अंतरराष्ट्रीय संगठनों के अधिकारी और भारत के 300 से अधिक कारोबारी तथा नीति-निर्माता भाग लेंगे। इस आयोजन के दौरान तीन प्रमुख औद्योगिक प्रदर्शनियां भी आयोजित की जाएंगी, जो वैश्विक निवेशकों के लिए भारत में निवेश के अवसरों को प्रदर्शित करेंगी।
प्रधानमंत्री मोदी बिहार में आयोजित एक कार्यक्रम में किसानों को नकद सहायता की 19वीं किस्त भी जारी करेंगे। यह कदम बिहार में कृषि क्षेत्र को और अधिक सशक्त बनाने और किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए उठाया जा रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी का यह तीन दिवसीय दौरा विभिन्न क्षेत्रों के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होने वाला है। चाहे वह बागेश्वर धाम में नया कैंसर संस्थान हो, वैश्विक निवेशक शिखर सम्मेलन हो या किसानों के लिए राहत, हर पहलू प्रदेशों के विकास और समृद्धि की दिशा में एक सकारात्मक कदम है। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा न केवल इन तीन राज्यों के लिए, बल्कि समग्र देश के लिए भी विकास और बदलाव के नए अवसरों का संकेत है।