KNEWS DESK – महाकुंभ 2025 की तैयारियों को लेकर बुलाई गई अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में बुधवार को अचानक हंगामा मच गया। इस बैठक में दो प्रमुख गुटों के साधु-संत आपस में भिड़ गए, और मारपीट की स्थिति उत्पन्न हो गई। यह घटना प्रयागराज के मेला प्राधिकरण कार्यालय में हुई, जब 13 अखाड़ों के साधु-संत बैठक में पहुंचे थे। इस दौरान निर्मोही अखाड़े के महंत राजेंद्र दास और अन्य साधु-संत के बीच किसी मुद्दे को लेकर तकरार बढ़ी और बात हाथापाई तक जा पहुंची।
अखाड़ों के दो गुटों में तकरार
सूत्रों के अनुसार, महाकुंभ 2025 के आयोजन को लेकर बैठक में हिस्सा लेने के दौरान अखाड़ों के दो गुट एक दूसरे से भिड़ गए। एक गुट ने बैठक में “हर-हर महादेव” के नारे लगाए, जिसे लेकर दूसरे गुट के साधु-संत नाराज हो गए। इसके बाद दोनों पक्षों के बीच विवाद बढ़ गया, और स्थिति हाथापाई तक पहुंच गई। इस दौरान अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के महामंत्री स्वामी हरी गिरी महाराज ने भी दूसरे गुट के एक संत की पिटाई कर दी।
हंगामा का वीडियो वायरल
इस घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है, जिसमें साधु-संतों के बीच मारपीट की तस्वीरें साफ दिख रही हैं। वीडियो में कुछ साधु-संत एक-दूसरे को पीटते हुए नजर आ रहे हैं, जबकि आसपास के लोग इसे रोकने की कोशिश कर रहे हैं। इस हंगामे के बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक सभी आरोपी मौके से भाग चुके थे।
अखाड़ा परिषद में गुटबाजी
अखाड़ा परिषद में गुटबाजी की समस्या लंबे समय से चली आ रही है। महंत नरेंद्र गिरी के ब्रह्मलीन होने के बाद से परिषद में आंतरिक विवाद बढ़ गए थे, और यह हालिया झगड़ा इसका ताजातरीन उदाहरण है। हालांकि, इससे पहले यह माना जा रहा था कि महाकुंभ से पहले अखाड़ा परिषद के दोनों धड़े एक हो जाएंगे, लेकिन यह घटना उस उम्मीद को झटका देती है।
महंत रवींद्र पुरी ने की थी एकता की अपील
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी महाराज ने पहले कहा था कि भगवान की इच्छा है कि सभी एक हो जाएं। उन्होंने महाकुंभ के आयोजन को लेकर भी एकता की बात की थी और बड़े अखाड़ों द्वारा इस दिशा में पहल किए जाने की उम्मीद जताई थी। लेकिन अब यह स्पष्ट हो गया है कि परिषद में गुटबाजी और विवाद का मुद्दा अभी तक सुलझा नहीं है।
महाकुंभ की तैयारी पर असर
महाकुंभ 2025 का आयोजन प्रयागराज में किया जाना है, और इसे लेकर अखाड़ा परिषद के विभिन्न धड़े एक साथ काम करने का दावा कर रहे थे। लेकिन इस तरह के विवाद और मारपीट की घटनाएं महाकुंभ के आयोजन पर सवालिया निशान खड़ा कर रही हैं। यह घटना न केवल अखाड़ा परिषद के भीतर के तनाव को उजागर करती है, बल्कि महाकुंभ की तैयारी में भी रुकावट डाल सकती है।
पुलिस जांच में जुटी
प्रयागराज पुलिस ने इस घटना का संज्ञान लिया है और मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वीडियो के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा, आयोजन स्थल पर सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने की योजना बनाई जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों।