KNEWS DESK- दिल्ली में इन दिनों प्रदूषण और ठंड का असर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे लोगों की रोज़मर्रा की जिंदगी पर असर पड़ रहा है। बीती रात (20 नवंबर) दिल्ली में इस मौसम की सबसे ठंडी रात रही, जब न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह के समय घर से बाहर निकलने वाले लोग न केवल ठंड के कपड़ों में दिखाई दिए, बल्कि आपस में इसकी चर्चा करते भी नजर आए।
इस मौसम के सबसे ठंडी रात के साथ-साथ दिल्ली में कोहरे और सर्द हवाओं ने भी माहौल को और ठंडा कर दिया। बुधवार को दिन का अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मंगलवार के 25.5 डिग्री सेल्सियस से ज्यादा था। सोमवार को भी सर्दी का असर ज्यादा था, जब न्यूनतम तापमान 12.3 डिग्री सेल्सियस था।
कोहरे और प्रदूषण का बढ़ता संकट
मौसम विभाग ने गुरुवार के लिए भी कोहरे का अनुमान जताया है, और अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस तथा न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना जताई है।
वहीं प्रदूषण का स्तर भी दिल्ली में गंभीर होता जा रहा है। गुरुवार की सुबह दिल्ली का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) फिर से 450 के पार पहुंच गया, जो बेहद खतरनाक श्रेणी में आता है। न्यू दिल्ली यूएस दूतावास में AQI 456, सिविल लाइंस में 440, कश्मीरी गेट आईएसबीटी में 420 और अन्य कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर 400 से ऊपर रहा। इन सभी क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रही, जिससे दिल्लीवासियों को सांस लेने में कठिनाई हो रही है।
वर्क फ्रॉम होम की घोषणा
प्रदूषण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए दिल्ली सरकार ने बुधवार को सरकारी दफ्तरों में वर्क फ्रॉम होम (WFH) की घोषणा की है। ग्रैप-4 (ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान) लागू होने के बाद यह कदम उठाया गया है। दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने अधिकारियों से एक बैठक की और इस रणनीति को प्रभावी रूप से लागू करने के निर्देश दिए हैं, ताकि प्रदूषण से बचाव हो सके और लोग सुरक्षित रह सकें। इस निर्णय के बाद, दिल्ली में वर्क फ्रॉम होम की स्थिति में वृद्धि हो सकती है, जिससे ऑफिस जाने वाले लोगों की संख्या कम हो जाएगी और सड़क पर वाहनों की भीड़ घटेगी। इसके अलावा, लोगों को घरों में ही रहकर कार्य करने की सलाह दी गई है, ताकि प्रदूषण के संपर्क से बचा जा सके।
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