दिल्ली, बुधवार को संसद में पीएम मोदी ने विपक्ष और राहुल गांधी द्वारा मोदी से पूछे गए 6 सावलों का जवाब देते हुए राहुल पर जमकर निशाना साधा। राहुल गांधी ने मोदी से अडानी के मामले को लेकर कुछ सवाल पूछे थे ज्सका जवाब देते हुए पीएम ने कहा कि कुछ लोग अपनी प्रकृति और प्रवृति के अनुसार ही बोलते हैं।
राहुल गांधी ने कल अडानी का नाम लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा था। लोकसभा में बुधवार को पीएम मोदी विपक्ष के आरोपों का जवाब दे दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि ये विपक्ष की निराशा है। पीएम ने कहा कि ये निराशा भी ऐसे नहीं आई है, इसके पीछे कारण है। एक तो जनता का हुक्म, बार-बार हुक्म लेकिन साथ-साथ इस निराशा के पीछे जो अंर्तमन में पड़ी हुई चीज है। जो चैन से सोने नहीं देती है। क्या है? पिछले 10 साल में 2014 के पहले 2004- 14 भारत की अर्थव्यवस्था खस्ताहाल हो गई थी। 10 साल में महंगाई डबल डिजिट रही, इसलिए कुछ अगर अच्छा होता तो निराशा और उभरकर आती है। जिन्होंने बेरोजगारी दूर करने के वादे किए थे। वे बेचैन हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि यहां जम्मू-कश्मीर पर भी चर्चा हुई, अभी जो कुछ दिन कश्मीर गए वो भी देख रहे होंगे कि वहां कितने आन बान शान से वहां गए थे। मैं भी पिछली शताब्दी में लाल चौक में यात्रा लेकर गया था तब आतंकियों ने पोस्टर लगाए थे और कहा था कि देखते हैं कैसे यहां आ पाते हैं। 24 जनवरी का दिन था तब मैंने कहा था कि आतंकवादी कान खोलकर सुन लें 26 जनवरी को ठीक 11 बजे मैं लाल चौक पहुंचूंगा बिना सिक्योरिटी आऊंगा, बुलेटप्रूफ जैकेट के बिना आऊंगा, फैसला लाल चौक पर हुआ। किसने अपनी मां का दूध पिया है जो मुझे रोक ले। हमने श्रीनगर के लाल चौक में तिरंगा फहराया उसके बाद मीडिया के लोग पूछने लगे तब मैंने कहा था कि आम तौर पर 15 अगस्त और 26 जनवरी को भारत की तिरंगा लहराता है तो खुशी होती है। जब मैं लाल चौक पर तिरंगा फहराया तो दुश्मन देश बारूद फोड़ रहा था।
कुछ लोग कहते थे कि तिरंगे से बड़ा खतरा है। उन्हें जम्मू-कश्मीर में शांति बिगड़ने का खतरा दिखाई देता था। वक्त देखिए, वक्त का मजा देखिए अब वो भी तिरंगा यात्रा में शरीक हो गए। अखबारों में एक खबर आई थी जिसकी तरफ ध्यान नहीं गया होगा क्योंकि लोग टीवी में चमकने की कोशिश में लगे थे। उसी समय श्रीगनर के अंदर थियेटर हाउस फुल चल रहे थे।
मोदी ने कहा झूठों को जवाब मिल गया
पीएम मोदी ने कहा कि सच सुनने के लिए भी काफी ताकत चाहिए होता है। झूठी और गंदी बातें को जवाब मिल गया है। जो लोग बार-बार गांधी के नाम पर रोटी सेंकते हैं, उनको मैं कहना चाहता हूं कि वे एक बार महात्मा गांधी को पढ़ लें। एकबार अपने कर्तव्यों का पालन करोगे तो उसमें दूसरों के अधिकार भी निहित हैं। आज कर्तव्य और अधिकार के बीच भी लड़ाई देख रहे हैं, ऐसी नासमझी शायद देश ने पहली बार देखी होगी। देश आज यहां एक नए उमंग और नए विश्वास के साथ आगे चल पड़ा है।
कांग्रेस की बर्बादी का होगा अध्ययन
सदन में भ्रष्टाचार की जांच करने वाली एजेंसियों को बहुत कुछ कहा गया। विपक्ष के लोग इस विषय में सुर में सुर मिला रहे थे। मुझे लगता था कि देश की जनता देश के चुनाव के नतीजे ऐसे लोगों को जरूर एक मंच पर लाएगी लेकिन वो तो हुआ नहीं। लेकिन इन लोगों को ईडी का धन्यवाद करना चाहिए कि ईडी के कारण एक मंच पर आए हैं। कुछ लोगों को यहां हार्वर्ड स्टडी का बड़ा जोर है। कांग्रेस ने कहा था कि भारत की बर्बादी हार्वर्ड में स्टडी होगी। बीते वर्षों में हार्वर्ड में एक बड़ी रोचक स्टडी हुई है। द राइज एंड डिक्लाइन इंडियाज कांग्रेस पार्टी। मुझे विश्वास है कि कांग्रेस की बर्बादी पर बड़े-बड़े विश्वविद्यालय में अध्ययन होना ही है।