KNEWS DESK, वक्फ संशोधन बिल जल्द ही संसद में पेश हो सकता है, लेकिन इससे पहले ही इस पर विवाद और बहस छिड़ गई है। मुस्लिम संगठन इस बिल का विरोध कर रहे हैं, जबकि विपक्ष भी सरकार पर हमलावर है। इस बीच, संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने इन विरोधों का कड़ा जवाब दिया है और विरोधियों पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया है।
संसदीय कार्यमंत्री किरेन रिजिजू ने कहा कि कुछ दल और संगठन बिल के बारे में गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “जो लोग इस बिल के खिलाफ झूठ बोलकर समाज में भ्रम फैला रहे हैं, उन्हें बिल पढ़कर अपनी बात रखनी चाहिए। झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करना गलत है।” रिजिजू ने कहा कि बिल को लाने की प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और जल्दी ही इसे सदन में पेश किया जाएगा।
किरन रिजिजू ने उन संगठनों पर भी निशाना साधा, जिन्होंने वक्फ संशोधन बिल को लेकर गलत जानकारी फैलाई है। उन्होंने कहा, “कुछ संगठनों ने ईद के मौके पर पट्टी बांधकर नमाज अदा करने की अपील की है। ये लोग गलत कर रहे हैं। मस्जिद, कब्रिस्तान या मुस्लिमों की जमीन छीने जाने की बात कहकर गुमराह क्यों किया जा रहा है?”
किरन रिजिजू ने यह भी कहा कि इस बिल पर जितनी चर्चा हुई है, उतनी किसी अन्य बिल पर नहीं हुई। उन्होंने जोर देते हुए कहा, “हम संसद में हर एक प्रावधान पर चर्चा करने के लिए तैयार हैं। हंगामा करने से कुछ नहीं होगा। जो दल अपनी बात रखना चाहते हैं, उन्हें संसद में आकर अपनी बात रखनी चाहिए।”
कर्नाटक में विरोध प्रदर्शन
वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर कर्नाटक में विरोध बढ़ता जा रहा है। ईद-उल-फितर के मौके पर कई स्थानों पर मुस्लिम समुदाय ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन किया। बीदर, मांड्या और बेलगावी में विरोधी संगठनों के कार्यकर्ताओं ने काली पट्टी बांधकर नमाज अदा की। बीदर में मंत्री रहीम खान और उनके समर्थकों ने काली पट्टी बांधकर मस्जिद में नमाज अदा की, जबकि मांड्या में शहरी विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष नहीम ने भी शांतिपूर्ण विरोध के रूप में ऐसा किया। बेलगावी में सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के कार्यकर्ताओं ने भी काली पट्टी बांधकर नमाज में हिस्सा लिया। वक्फ संशोधन बिल पर जारी इस राजनीतिक बहस में दोनों पक्ष अपने-अपने दृष्टिकोण को प्रस्तुत कर रहे हैं, और देखना यह है कि संसद में इस पर अंतिम निर्णय कब लिया जाएगा।