KNEWS DESK- रक्षाबंधन के अवसर पर भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को राखी बांधने की परंपरा को लेकर एक खास नाम सामने आया है। पिछले दो दशकों से यह परंपरा निभाते हुए पाकिस्तानी महिला कमर शेख 19 अगस्त को एक बार फिर नई दिल्ली में प्रधानमंत्री मोदी को राखी बांधेंगी। यह उनकी 30वीं बार है जब वह इस पावन पर्व पर प्रधानमंत्री को राखी बांधेंगी।
विशेष राखी का निर्माण
कमर शेख ने इस खास अवसर के लिए विशेष रूप से तैयार की गई राखी का जिक्र करते हुए कहा कि इस बार, मैंने मखमल पर राखी बनाई है और इसमें मोती, धातु की कढ़ाई और टिक्की का उपयोग किया है।” उन्होंने यह भी बताया कि कोविड-19 महामारी के कारण 2020, 2021 और 2022 में वह यात्रा नहीं कर पाई थीं, लेकिन पिछले साल उन्होंने दिल्ली की यात्रा फिर से शुरू की और इस साल भी प्रधानमंत्री मोदी को राखी बांधने की उम्मीद कर रही हैं।
कमर शेख की कहानी
कमर शेख का जन्म पाकिस्तान के कराची में एक मुस्लिम परिवार में हुआ था। उनकी शादी 1981 में मोशिन शेख से हुई, और इसके बाद वे भारत आकर बस गईं। शेख का दावा है कि उनकी प्रधानमंत्री मोदी से पहली मुलाकात 1990 में गुजरात के तत्कालीन राज्यपाल स्वर्गीय डॉ. स्वरूप सिंह के माध्यम से हुई थी। उस समय, मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। शेख ने बताया कि उनकी मुलाकात हवाई अड्डे पर हुई थी, जहां सिंह ने उन्हें प्रधानमंत्री से मिलवाया और कहा कि वह उन्हें अपनी बेटी मानते हैं। इसके जवाब में मोदी ने कहा कि वह उन्हें अपनी बहन मानेंगे। तब से, शेख ने रक्षाबंधन पर प्रधानमंत्री मोदी को राखी बांधने की परंपरा निभाई है।
एक विशेष परंपरा
कमर शेख की यह परंपरा केवल व्यक्तिगत नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक और भावनात्मक महत्व की भी प्रतीक है। हर साल रक्षाबंधन के मौके पर, शेख अपने हाथों से राखी बनाती हैं और नरेंद्र मोदी को बांधती हैं। उनका यह उत्साह और समर्पण इस बात का प्रमाण है कि रक्षाबंधन केवल एक पारंपरिक त्योहार नहीं, बल्कि भाई-बहन के बीच के स्नेह और रिश्ते का प्रतीक भी है।
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