KNEWS DESK – लोकसभा में 14 दिसंबर 2024 को संविधान पर चर्चा के दूसरे दिन नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने अपने विचार व्यक्त किए। इस दौरान उन्होंने देश में राजनीतिक और सामाजिक समानता की कमी का मुद्दा उठाया और कहा कि “हम 50 फीसदी आरक्षण की दीवार तोड़ेंगे।” राहुल गांधी ने यह भी कहा कि देश की संस्थाओं पर कब्जा हो गया है और समानता की भावना खत्म हो गई है।
जातिगत जनगणना और नई राजनीति का ऐलान
बता दें कि राहुल गांधी ने अपनी बात की शुरुआत करते हुए कहा कि उनका पहला कदम जातिगत जनगणना होगी। इसके बाद, उन्होंने दावा किया कि यह जनगणना देश की राजनीति को नई दिशा में ले जाएगी और इससे देश का विकास होगा। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि जातिगत जनगणना होगी और 50 फीसदी आरक्षण की दीवार को तोड़ा जाएगा, चाहे कोई कुछ भी कहे।
बीजेपी पर गंभीर आरोप
राहुल गांधी ने भाजपा पर तीखा हमला करते हुए कहा कि बीजेपी देश का हुनर और ताकत छीनना चाहती है। उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार ने युवाओं का ‘अंगूठा काट लिया’ है और देश के तमाम कारोबारों को अडानी समूह को सौंप दिया गया है। राहुल ने यह भी कहा कि किसानों के हितों के बजाए, अंबानी और अडानी को फायदा पहुंचाया जा रहा है। इसके अलावा, राहुल ने पेपरलीक और अग्निवीर जैसे मुद्दों को उठाया, जिनसे उन्होंने बीजेपी पर युवाओं का अधिकार छीनने का आरोप लगाया।
द्रोणाचार्य और एकलव्य की कहानी का जिक्र
राहुल गांधी ने अपने भाषण की शुरुआत द्रोणाचार्य और एकलव्य की प्रसिद्ध कहानी से की। उन्होंने कहा, “जैसे द्रोणाचार्य ने एकलव्य का अंगूठा काटा, वैसे ही बीजेपी हिंदुस्तान के युवाओं का अंगूठा काटती है।” राहुल ने यह उदाहरण देकर यह संदेश देने की कोशिश की कि सरकार युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ कर रही है।
सावरकर, मनुस्मृति और संविधान पर हमला
राहुल गांधी ने सावरकर और मनुस्मृति का भी जिक्र किया और भाजपा और संघ परिवार के विचारों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि RSS ने मनुस्मृति को संविधान से बेहतर बताया था और सावरकर ने भी इसे संविधान से ऊपर माना था। राहुल ने कहा, “आप जो पूजा करते हैं, वही कहते हैं कि संविधान में कुछ भी भारतीय नहीं है।” उन्होंने संविधान को बाबासाहेब अंबेडकर के आदर्शों का प्रतीक बताया और कहा कि संविधान भारतीय संस्कृति और विचारधारा का एक समूह है, जो हमें समानता, स्वतंत्रता और भाईचारे का संदेश देता है।
हाथरस और संभल मामले पर गंभीर सवाल
राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश के हाथरस और संभल मामलों का भी उल्लेख किया। उन्होंने आरोप लगाया कि हाथरस के आरोपियों को खुलेआम घूमने दिया जा रहा है, जबकि पीड़ित परिवार को धमकाया जा रहा है और उनके घर में बंद कर दिया गया है। राहुल ने सवाल उठाया, “क्या यूपी में संविधान नहीं, मनुस्मृति लागू है?” उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी संविधान पर लगातार हमला कर रही है और देश में एक धर्म को दूसरे धर्म से लड़ाने की कोशिश कर रही है।