KNEWS DESK- दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी नेता मनीष सिसोदिया ने शनिवार को अपनी पदयात्रा की शुरुआत की। इस यात्रा की शुरुआत दिल्ली के प्राचीन कालकाजी मंदिर से हुई, जहां सिसोदिया ने मां कालका का आशीर्वाद लिया। इससे पहले उन्होंने कनॉट प्लेस स्थित प्राचीन हनुमान मंदिर में भी दर्शन किए।
मनीष सिसोदिया की पदयात्रा की शुरुआत ग्रेटर कैलाश विधानसभा क्षेत्र से हुई, जो उनके सहयोगी कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज का निर्वाचन क्षेत्र है। पहले दिन की यात्रा के दौरान, सिसोदिया ग्रेटर कैलाश के अलकनंदा मार्केट पहुंचे। यहां उनकी उपस्थिति से स्थानीय लोगों के चेहरे खिल उठे। बच्चों द्वारा हाथ से लिखे गए ‘वेलकम बैक मनीष सिसोदिया सर’ के पोस्टर को देखकर सिसोदिया अभिभूत हो गए और उन्होंने बच्चों को आशीर्वाद दिया। महिलाएं भी उन्हें देखकर भावुक हो गईं और राखी बांधकर उनकी लंबी उम्र की कामना की।
लोगों का समर्थन और उत्साह
सिसोदिया की पदयात्रा के दौरान सड़कों पर भारी भीड़ जमा हो गई। लोगों ने उनके स्वागत में पुष्पवर्षा की और फूलों की माला पहनाकर उनका अभिनंदन किया। सिसोदिया ने हाथ जोड़कर सभी का अभिवादन स्वीकार किया। उन्होंने लोगों से मुलाकात की, उनकी समस्याओं और सुझावों को सुना, और फीडबैक लिया। यात्रा के दौरान, युवा, महिलाएं और समर्थक उनके साथ तस्वीरें खिंचवाने के लिए उत्साहित नजर आए।
जेल से बाहर आने की उम्मीद
मनीष सिसोदिया ने पदयात्रा के दौरान कहा, “मैंने कालकाजी मंदिर में प्रार्थना की और दिल्ली की जनता की प्रार्थना सुनने के लिए भगवान का धन्यवाद अदा किया। मुझे विश्वास है कि अरविंद केजरीवाल भी जल्द ही जेल से बाहर आएंगे।” सिसोदिया ने इस बात का भी उल्लेख किया कि जेल से बाहर आने के बाद वे फिर से दिल्ली की जनता के बीच होंगे और उनके साथ मिलकर काम करेंगे।
सिसोदिया ने पदयात्रा के दौरान दुकानदारों, रेहड़ी-पटरीवालों, महिलाओं और आम लोगों से संपर्क किया। उन्होंने लोगों के हाल-चाल पूछे और दिल्ली सरकार के कामकाज पर फीडबैक लिया। इस दौरान उन्होंने कई लोगों को गले लगाकर उनकी समस्याओं को सुना और उन्हें आश्वस्त किया।
सिसोदिया की यह पदयात्रा उनके समर्थकों और दिल्ली की जनता के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है। यह यात्रा न केवल उनके राजनीतिक पुनरागमन का प्रतीक है, बल्कि दिल्ली सरकार के कामकाज की समीक्षा और लोगों की समस्याओं को समझने का भी एक तरीका है।