KNEWS DESK- संगम नगरी प्रयागराज में 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ के लिए संत महात्माओं का औपचारिक आगमन आज, 3 नवंबर से आरंभ हो गया है। इस अवसर पर जूना और किन्नर अखाड़े के संतों का नगर प्रवेश शाही अंदाज में होगा। दोनों अखाड़ों के महामंडलेश्वर और अन्य संत महात्मा बग्घियों और शाही रथों पर सवार होकर गाजे-बाजे और बैंड पार्टियों के साथ शहर में दाखिल होंगे।
सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्थाएं
नगर प्रवेश के दौरान संत महात्माओं के मार्ग पर आम लोगों का प्रवेश प्रतिबंधित रहेगा। जूना अखाड़े के पंच परमेश्वर पहले से ही शहर से करीब 15 किलोमीटर दूर रामपुर इलाके में ठहरे हुए हैं। रविवार को इसी छावनी से जूना अखाड़े के प्रमुख संत शहर में शाही अंदाज में प्रवेश करेंगे। प्रयागराज पुलिस ने भी लोगों को इन रास्तों का उपयोग कम से कम करने की सलाह दी है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम
संत महात्माओं के नगर प्रवेश के दौरान रास्ते भर पुष्प वर्षा और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। जूना अखाड़े के संत महात्मा यमुना के किनारे स्थित मौजगिरि आश्रम में ठहरेंगे, जहां उनके लिए टेंट सिटी भी बनाई गई है।
किन्नर अखाड़े का भव्य स्वागत
इस महाकुंभ में किन्नर अखाड़े का नगर प्रवेश भी विशेष आकर्षण का केंद्र होगा। किन्नर अखाड़े के महामंडलेश्वर और संत महात्मा खास अंदाज में इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। पिछले कुंभ में किन्नर अखाड़ा सबसे अधिक आकर्षण का केंद्र था, और इस बार भी इसकी भव्यता और संस्कृति को प्रदर्शित किया जाएगा।
अखाड़ा परिषद और अन्य संतों की उपस्थिति
जून और किन्नर अखाड़े के नगर प्रवेश में अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी और अन्य संत महात्मा भी शामिल होंगे। सुरक्षा के पुख्ता इंतजामों के बीच संत महात्माओं को प्रमुख आश्रमों तक पहुंचाने की व्यवस्था की गई है।
दीप जलाने का विशेष आयोजन
जूना अखाड़े से जुड़ी दत्तात्रेय सेवा समिति द्वारा 10 नवंबर को यमुना के मौजगिरि घाट पर सवा लाख दीप जलाने का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। इस आयोजन में जूना के साथ ही कई अन्य अखाड़ों के संत महात्मा भी उपस्थित रहेंगे, जो महाकुंभ के सकुशल संपन्न होने की कामना करेंगे। इस प्रकार, महाकुंभ की तैयारियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं, और संत महात्माओं का स्वागत एक भव्य आयोजन के रूप में देखने को मिलेगा।
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