KNEWS DESK- प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में बुधवार तड़के हुए हादसे के बाद अब हालात सामान्य हो गए हैं। श्रद्धालु लगातार त्रिवेणी संगम में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, जिससे संगम घाट पर भारी भीड़ उमड़ पड़ी और भगदड़ जैसे हालात बन गए।
इस घटना में कई श्रद्धालु घायल हो गए, जिनको इलाज के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अस्पताल पहुंचाया गया। प्रशासन की मुस्तैदी से स्थिति पर जल्द ही काबू पा लिया गया, और राहत कार्य तेजी से शुरू कर दिए गए।
हादसे को ध्यान में रखते हुए सभी 13 अखाड़ों ने जनहित में अमृत स्नान फिलहाल रोकने का निर्णय लिया। साधु-संत अपने शिविरों में वापस लौट गए, क्योंकि उनका मानना था कि अगर वे स्नान के लिए घाट पर पहुंचे तो व्यवस्थाओं को बनाए रखना मुश्किल हो जाएगा।
महाकुंभ में सुरक्षा व्यवस्था को और पुख्ता करने के लिए प्रशासन ने नई रणनीतियों पर काम शुरू कर दिया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और आपातकालीन सेवाओं को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
इस बीच, श्रद्धालुओं की भीड़ कम नहीं हो रही है। संगम में आस्था की डुबकी लगाने वालों का तांता लगा हुआ है। प्रशासन द्वारा लगातार अपील की जा रही है कि लोग धैर्य और संयम बनाए रखें, जिससे किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके।
महाकुंभ में अगला प्रमुख स्नान पर्व बसंत पंचमी पर होगा, जिसके लिए तैयारियां जोरों पर हैं। प्रशासन, अखाड़े और सुरक्षा एजेंसियां मिलकर इस बार बेहतर प्रबंधन की योजना बना रही हैं, ताकि श्रद्धालुओं को सुरक्षित और सुचारू रूप से स्नान करने का अवसर मिल सके।
ये भी पढ़ें- राष्ट्रीय खेलों के साथ प्रदेश को कई सौगात !