KNEWS DESK… भाजपा की पूर्व विधायक ममता मीणा ने आखिरकार आम आदमी पार्टी का दामन थाम लिया है. ममता मीणा ने पिछले दिनों अरविंद केजरीवाल की मौजूदगी में AAP की सदस्यता ग्रहण की.
आपको बता दें कि मीना मीणा, जिन्होंने सीएम शिवराज सिंह चौहान को विधानसभा चुनाव से कुछ महीने पहले इस तरह का झटका दिया है, क्योंकि इससे सीधे-सीधे कांग्रेस को सबसे ज्यादा फायदा होगा. 2013 से लेकर 2018 तक मध्य प्रदेश की चाचौड़ा सीट से विधायक रहीं मीना मीणा को तेज तर्रार विधायकों में शुमार किया जाता है. बताया जा रहा है कि पिछला विधानसभा चुनाव भले ही वह हार गईं हों, लेकिन क्षेत्र में वह जाना पहचाना नाम हैं और उनकी ठीकठाक फैन फॉलोविंग है. पिछला विधानसभा चुनाव कांग्रेस प्रत्याशी लक्ष्मण सिंह से हारने के बावजूद वह राजनीति में लगातार सक्रिय हैं और फिलहाल वह जिला अध्यक्ष पंचायत सदस्य हैं. इसके अलावा, वह लगातार अपने क्षेत्र में सक्रिय रहकर अपनी जनता के संपर्क में रहती हैं, यही वजह है कि चुनाव हारने के बावजूद वह चाचौड़ा विधानसभा क्षेत्र में अपने लोगों के बीच लोकप्रिय हैं.
पति हैं रिटायर्ड IPS अधिकारी
गौरतलब है कि पूर्व विधायक ममता मीणा ने आम आदमी पार्टी ज्वाइन करने के साथ ही मध्य प्रदेश में सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी पर भेदभाव करने का आरोप लगाया था. उनका कहना है कि भाजपा में पुराने कार्यकर्ताओं की कोई कद्र नहीं बची थी. उनकी मानें तो वह वर्ष 2002 से वह भाजपा की सदस्य थी, लेकिन फिलहाल उनको पार्टी में सम्मान नहीं मिल रहा था. ममता के पति रघुवीर सिंह मीणा पूर्व IPS अधिकारी हैं और वह भी अप्रत्यक्ष रूप से सक्रिय हैं और अपनी पत्नी की मदद कर रहे हैं.
त्रिकोणीय होगा मुकाबला
जानकारी के लिए बता दें कि वर्ष 2005 में जिला पंचायत अध्यक्ष रहीं. 2013 से लेकर 2018 तक विधायक रहीं, लेकिन अब पैराशूट से जो प्रत्याशी उतारा है, उसको लेकर विरोध किया था कि पैराशूट से प्रत्याशी क्यों उतार रहे हैं? बता दें कि भाजपा ने अपने 39 उम्मीदवारों की पहली सूची में चाचौड़ा सीट से प्रियंका मीणा के नाम की घोषणा की है. वर्तमान में इस सीट से कांग्रेस के दिग्गज नेता दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह विधायक हैं. ऐसे में भाजपा, कांग्रेस और आम आदमी पार्टी प्रत्याशियों के बीच त्रिकोणीय मुकाबला होने के आसार हैं.