KNEWS DESK- दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने हाल ही में सीएम पद से इस्तीफा दिया। इसके साथ ही, उन्होंने आज जंतर-मंतर पर एक जन अदालत लगाने की घोषणा की, जिसमें वह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ मोर्चा खोलेंगे। यह मोर्चा सुबह 11 बजे आयोजित होगा और इसमें दिल्ली के सभी मंत्री, विधायक और आप नेता शामिल रहेंगे।
चुनाव की तैयारी
सुप्रीम कोर्ट से राहत मिलने के बाद, केजरीवाल ने आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुटने का संकेत दिया है। उनका इस्तीफा और जंतर-मंतर पर आयोजित होने वाली जनता की अदालत, आप के चुनावी रणनीति का हिस्सा मानी जा रही है। पिछले कुछ समय में जेल जाने से पार्टी के नेताओं की छवि को नुकसान पहुंचा है, ऐसे में यह कदम उनकी छवि में सुधार लाने के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है।
केजरीवाल ने इस्तीफा देने के बाद कहा था कि वह जनता की अदालत में जाएंगे और जब तक जनता उन्हें दोबारा नहीं चुनती, तब तक वह मुख्यमंत्री की कुर्सी पर नहीं बैठेंगे। जंतर-मंतर पर यह उनकी पहली जनसभा होगी, जहां वह भाजपा की नीतियों के खिलाफ खुलकर बोलेंगे।
आगामी चुनाव की रणनीति
दिल्ली में अगले साल फरवरी में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है। ऐसे में केजरीवाल और उनकी पार्टी अपनी रणनीति को सशक्त बनाने में जुटी हैं। यह कदम न केवल भाजपा के खिलाफ एक राजनीतिक मंच तैयार करेगा, बल्कि आम आदमी पार्टी की वापसी की संभावनाओं को भी मजबूत कर सकता है। जंतर-मंतर पर होने वाली इस अदालत को लेकर जनता में भी खासा उत्साह है, और सभी की निगाहें इस पर होंगी। केजरीवाल की यह पहल राजनीतिक परिदृश्य में नए सिरे से चर्चा का विषय बन गई है, जिससे दिल्ली की राजनीति में गर्मी बढ़ गई है।
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