KNEWS DESK- मानवाधिकार कार्यकर्ता शहला रशीद ने मोदी सरकार की तारीफ की है। आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में स्थिति में सुधार और लोगों की जान बचाने में मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल की तारीफ की। जब जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया गया था तो जेएनयू छात्र संघ की पूर्व उपाध्यक्ष शहला रशीद ने इसके खिलाफ जोरदार विरोध दर्ज कराया था। तब शहला रशीद ने सेना पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने कहा था कि सेना लोगों के घरों में घुस रही है, लोगों को उठा रही है, मारपीट कर रही है। शहला के इन आरोपों का सेना ने सिरे से खंडन किया था।
शहला रशीद ने किया ट्वीट
5 अगस्त, 2019 को, केंद्र ने पूर्ववर्ती राज्य जम्मू और कश्मीर का विशेष दर्जा छीनने और इसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित करने का निर्णय लिया था। मानवाधिकार कार्यकर्ता शहला रशीद ने अपने एक ट्वीट में कहा ” इस बात को स्वीकार करना भले ही असुविधाजनक हो, लेकिन कश्मीर में मानवाधिकार रिकॉर्ड में सुधार हुआ है.” नरेंद्र मोदी सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन के स्पष्ट रुख ने कुल मिलाकर जीवन बचाने में मदद की है। यही मेरा दृष्टिकोण है.”
चर्चा में आई शहला
2016 में जेएनयू में जब कथित तौर पर कुछ छात्रों ने भारत तेरे टुकड़े होंगे के नारे लगाए गए थे तो जेएनयूएसयू के अध्यक्ष कन्हैया कुमार और उमर खालिद की गिरफ्तारी हुई थी। तब ये मामला काफी सुर्खियों में रहा था. बाद में इस नारेबाजी से टुकड़े-टुकड़े गैंग निकला और इसका राजनीतिक इस्तेमाल होने लगा। छात्रों की ओर से नारेबाजी से इनकार किया गया था। इस दौरान शहला रशीद ने केंद्र सरकार और दिल्ली पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। शहला रशीद छात्रों के राजनीतिक प्रदर्शन के अधिकार को सख्ती से डिफेंड करती हुई नजर आती थीं। तब शहला कई न्यूज चैनलों और कार्यक्रमों के प्लेटफॉर्म पर आईं और अभिव्यक्ति की आजादी के समर्थन में खड़ी हुईं।
जलवायु संरक्षण पर की पीएम मोदी की तारीफ
15 अगस्त को शहला ने पीएम मोदी की जलवायु संरक्षण के प्रति प्रतिबद्धता को लेकर उनकी तारीफ की। शहला ने एक रिसर्च पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए ट्वीट किया और कहा कि ‘जैसा कि प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में कहा, भारत वास्तव में ऊर्जा परिवर्तन में अग्रणी भूमिका निभा रहा है’. शहला ने कहा कि इस तथ्य को देखते हुए कि भारत ऐतिहासिक रूप से प्रदूषण फैलाने वाला देश नहीं है, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सक्रिय दृष्टिकोण सराहनीय है.” इसके साथ ही उन्होंने स्वतंत्रता दिवस की भी शुभकामनाएं दी।