KNEWS DESK- बांग्लादेश में जारी हिंसा के बीच शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। नौकरी में आरक्षण खत्म करने और प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे की मांग कर रहे प्रदर्शनकारियों और सत्तारूढ़ पार्टी के समर्थकों के बीच भड़की हिंसा में कई लोगों की मौत हो गई। हालात इतने खराब हैं कि पूरे देश में अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू लगाया गया है और इंटरनेट पर बैन लगाया गया है। सेना पूरे देश में तैनात हो गई है।
ऐसे भड़की हिंसा…
बांग्लादेश में इस मुद्दे पर कई बार हिंसा भड़क रही है। दरअसल, प्रदर्शनकारियों की मांग है कि 1971 के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों के लिए 30 प्रतिशत सरकारी नौकरियों को आरक्षित करने वाली कोटा प्रणाली को समाप्त किया जा। पहले जब हिंसा भड़की थी तब कोर्ट ने कोटे की सीमा को घटा दिया था लेकिन हिंसा नहीं थमी और अब प्रदर्शनकारी शेख हसीना का इस्तीफा मांग रहे हैं। अब तक 11,000 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। अधिकारियों ने दावा किया कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस स्टेशनों, सत्तारूढ़ पार्टी के कार्यालयों और उनके नेताओं के घरों पर हमला किया और कई वाहनों को जला दिया। सरकार ने मेटा प्लेटफॉर्म फेसबुक, मैसेंजर, व्हाट्सएप और इंस्टाग्राम को बंद करने का आदेश दिया।
भारत ने जारी की एडवाइजरी
बांग्लादेश में हिंसा को देखते हुए, भारत सरकार ने भारतीय नागरिकों को पड़ोसी देश की यात्रा न करने को लेकर एडवाइजरी जारी की है, मौजूदा दौर में बांग्लादेश में मौजूद सभी भारतीय नागरिकों को ज्यादा सावधानी बरतने, अपनी गतिविधियों को प्रतिबंधित करने और अपने आपातकालीन फोन नंबरों के माध्यम से ढाका में भारतीय उच्चायोग के संपर्क में रहने की सलाह दी जाती है। इसके अलावा सरकार ने इसके लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है।
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