KNEWS DESK – पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर 2024 को निधन हो गया, और उनके निधन के बाद देशभर से उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की जा रही है। इस बीच, आम आदमी पार्टी (AAP) और पार्टी के सांसद संजय सिंह ने डॉ. मनमोहन सिंह को भारत रत्न दिए जाने की मांग उठाई है।
भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में अतुलनीय योगदान
संजय सिंह ने मीडिया से बातचीत करते हुए डॉ. मनमोहन सिंह को “महान अर्थशास्त्री” और “ईमानदार नेता” बताते हुए कहा कि उनका योगदान भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में अतुलनीय है। उन्होंने कहा, “डॉ. मनमोहन सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान भारत को वैश्विक आर्थिक मंच पर एक नई दिशा दी और दुनिया भर में सम्मान अर्जित किया। उनका योगदान हमेशा याद रखा जाएगा।”
संजय सिंह ने यह भी कहा कि मनमोहन सिंह के निधन से देश को अपूरणीय क्षति हुई है, और उन्हें भारत रत्न दिया जाना चाहिए, जो उनके योगदान के साथ न्याय करेगा। उन्होंने कहा, “मनमोहन सिंह के जैसे व्यक्तित्व को श्रद्धांजलि देने के लिए शब्दों की सीमा है। उन्होंने देश को आर्थिक मंदी के दौर से निकाला और उसे एक मजबूत आर्थिक पावर बनाया। वह केवल एक महान अर्थशास्त्री ही नहीं, बल्कि एक ईमानदार और समर्पित नेता थे, जिनका योगदान भारतीय राजनीति में अभूतपूर्व है।”
अरविंद केजरीवाल ने भी दी श्रद्धांजलि
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी डॉ. मनमोहन सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की और उनके योगदान को सराहा। केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए कहा, “पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह की विद्वता और उनकी सादगी के गुणों को शब्दों में पिरोना असंभव है। उनका योगदान भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में हमेशा याद रहेगा।”
डॉ. मनमोहन सिंह का जीवन और योगदान
पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जीवन एक प्रेरणा है। उनका जन्म 26 सितंबर 1932 को हुआ था, और उन्होंने अपनी शिक्षा ब्रिटेन के प्रतिष्ठित विश्वविद्यालयों से प्राप्त की थी। उन्होंने कैंब्रिज विश्वविद्यालय से स्नातक और ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से डी.फिल की डिग्री प्राप्त की थी।
मनमोहन सिंह का करियर सरकारी सेवाओं में शुरू हुआ था, जहां उन्होंने 1971 में वाणिज्य मंत्रालय में आर्थिक सलाहकार के रूप में काम करना शुरू किया। इसके बाद, वह वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार बने और फिर 1991 में भारत के वित्त मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। उनका सबसे महत्वपूर्ण योगदान 1991 के आर्थिक सुधारों में था, जिसके परिणामस्वरूप भारत की अर्थव्यवस्था ने एक नई दिशा पकड़ी और देश ने वैश्विक अर्थव्यवस्था में अपनी जगह बनाई।
मनमोहन सिंह ने 2004 से 2014 तक भारत के 14वें प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। उनके नेतृत्व में भारत ने कई महत्वपूर्ण आर्थिक और सामाजिक सुधारों को लागू किया, और उनकी नीति-निर्माण में भूमिका हमेशा याद रखी जाएगी।
उनके योगदान के लिए मिले अवार्ड और सम्मान
डॉ. मनमोहन सिंह को उनके योगदान के लिए कई प्रमुख सम्मान प्राप्त हुए हैं। उन्हें भारत का दूसरा सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्म विभूषण (1987) प्राप्त हुआ। इसके अलावा, वह एशिया मनी अवार्ड (1993 और 1994), यूरो मनी अवार्ड (1993), और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय का एडम स्मिथ पुरस्कार (1956) जैसे कई अंतरराष्ट्रीय पुरस्कारों से सम्मानित किए गए। इसके अलावा, डॉ. सिंह को भारतीय विज्ञान कांग्रेस का जवाहरलाल नेहरू जन्म शताब्दी पुरस्कार (1995), कैम्ब्रिज के सेंट जॉन्स कॉलेज में राइट पुरस्कार (1955) और कई अन्य विश्वविद्यालयों से मानद उपाधियां प्राप्त हुईं।
आम आदमी पार्टी की मांग
आम आदमी पार्टी ने डॉ. मनमोहन सिंह के योगदान को देखते हुए उनकी सरकार द्वारा किए गए आर्थिक सुधारों और उनके नेतृत्व की सराहना की है। पार्टी ने इस मांग को भी उठाया है कि उनके योगदान को सम्मानित करने के रूप में डॉ. मनमोहन सिंह को भारत रत्न जैसे सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा जाए। यह मांग न केवल आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने की है, बल्कि पूरी पार्टी ने इसका समर्थन किया है।
संजय सिंह ने कहा, “मनमोहन सिंह का नाम हमेशा इतिहास में महान अर्थशास्त्री और ईमानदार नेता के रूप में अंकित रहेगा। उनकी नीतियों और उनके कामों को याद करते हुए हम उन्हें भारत रत्न देने की मांग करते हैं।”