हरियाणा में डेंगू के बढ़े मामले, स्वास्थ्य विभाग ने उठाए सख्त कदम

KNEWS DESK-  हरियाणा में डेंगू के मामलों में तेज़ी से वृद्धि हो रही है, जिससे राज्य का स्वास्थ्य विभाग चिंता में है। हालात गंभीर होते जा रहे हैं, और अब तक 4329 से अधिक डेंगू के मरीज सामने आ चुके हैं, जिनमें से तीन की मौत भी हो चुकी है। पंचकूला जिले में सबसे अधिक 1226 मामले सामने आए हैं, जबकि हिसार, करनाल, कुरुक्षेत्र, सोनीपत और पानीपत में भी बड़ी संख्या में डेंगू के मरीजों की संख्या में इज़ाफा हुआ है।

राज्य की स्वास्थ्य मंत्री आरती राव ने बढ़ते मामलों को लेकर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने पंचायत मंत्री कृष्ण लाल पंवार को पत्र लिखकर कहा कि राज्य में डेंगू के खिलाफ फॉगिंग गतिविधियों का प्रभाव वर्तमान स्थिति के मुताबिक पर्याप्त नहीं है। उनका कहना था कि जिस गति से डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं, उसके मुकाबले फॉगिंग कम हो रही है, और इसे तत्काल बढ़ाए जाने की आवश्यकता है।

स्वास्थ्य मंत्री ने यह भी निर्देश दिया कि पंचायतों और जिला परिषद क्षेत्रों में डेंगू की रोकथाम के लिए रूटीन गतिविधियों की व्यक्तिगत निगरानी की जाए। साथ ही, उन्होंने यह सुझाव दिया कि ग्रामीण और कस्बों में अधिक से अधिक फॉगिंग की जाए ताकि मच्छरों के प्रजनन को नियंत्रित किया जा सके।

मौसम और डेंगू के मामले: इस बार स्थिति अलग

अक्टूबर में आमतौर पर डेंगू के मामले अपने चरम पर पहुंचते हैं, और नवंबर में तापमान में गिरावट के कारण मामलों में कमी आ जाती है। लेकिन इस बार नवंबर की शुरुआत में तापमान में उतनी गिरावट नहीं आई है, जिससे डेंगू के मामलों में अब भी वृद्धि देखी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि इस स्थिति को देखते हुए डेंगू नियंत्रण की गतिविधियों को तत्काल और प्रभावी रूप से बढ़ाया जाना चाहिए।

फॉगिंग और अन्य उपाय

हरियाणा के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू के मामलों को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य विभाग विभिन्न उपायों पर काम कर रहा है। शहरी क्षेत्रों में डेंगू की रोकथाम के लिए वेक्टर कंट्रोल गतिविधियाँ और डेंगू पॉजिटिव घरों के आसपास फॉगिंग की जा रही है। शहरी स्थानीय निकाय (यूएलबी) इन गतिविधियों की निगरानी कर रहे हैं, जबकि ग्रामीण इलाकों में पंचायती राज संस्थाओं को फॉगिंग की जिम्मेदारी दी गई है।

इसके अलावा, डेंगू की जांच के लिए पर्याप्त उपकरण भी उपलब्ध कराए गए हैं। सोनीपत, जींद, रेवाड़ी, नारनौल, करनाल, कुरुक्षेत्र और कैथल जैसे जिलों में डेंगू की जांच किट की कोई कमी नहीं है। हालांकि, कुछ जिलों जैसे रोहतक और झज्जर में किट की कमी महसूस हो रही है, लेकिन प्रशासन ने इसके लिए ऑर्डर दे दिए हैं और जल्द ही जांच किट की सप्लाई हो जाएगी।

डेंगू की जांच: रोजाना सैकड़ों लोग आ रहे हैं

हरियाणा के 16 जिलों में औसतन 1300 लोग रोजाना डेंगू की जांच के लिए पहुंच रहे हैं। सबसे अधिक जांच सोनीपत, करनाल, हिसार और रोहतक में हो रही हैं। विशेष रूप से हिसार में रोजाना 443 लोग जांच के लिए आ रहे हैं, जबकि करनाल में भी 367 लोग जांच करवाने पहुँच रहे हैं।

नीचे कुछ प्रमुख जिलों में रोजाना होने वाली डेंगू जांचों का विवरण दिया गया है:

  • सोनीपत: 340 लोग रोजाना जांच करवा रहे हैं
  • जींद: 40 लोग
  • झज्जर: 82 लोग
  • रेवाड़ी: 43 लोग
  • रोहतक: 124 लोग
  • करनाल: 367 लोग
  • हिसार: 443 लोग
  • कुरुक्षेत्र: 213 लोग
  • पानीपत: 150 लोग

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