दिल्ली की नई CM आतिशी का MP से गहरा नाता, ओंकारेश्वर के लोग आज भी याद करते हैं उनका योगदान

KNEWS DESK-  दिल्ली की नई मुख्यमंत्री आतिशी का मध्य प्रदेश से गहरा जुड़ाव है। वह कई बार इस राज्य का दौरा कर चुकी हैं और ओंकारेश्वर में नौ साल पहले चलाए गए आंदोलन में भी सक्रिय भागीदारी निभाई थी। राजनीति में प्रवेश करने से पहले, आतिशी एक एनजीओ के लिए काम कर चुकी हैं, जहां उन्होंने आदिवासी समुदायों को आधुनिक शिक्षा और जैविक खेती के महत्व के बारे में जागरूक किया।

मध्य प्रदेश में सामाजिक कार्य

आतिशी ने पांच साल तक मध्य प्रदेश में एक एनजीओ के लिए कार्य किया, जहां उन्होंने बैरसिया तहसील के हर्राखेड़ा गांव में विशेष रूप से काम किया। इस दौरान, वह स्थानीय लोगों को शिक्षा के क्षेत्र में सशक्त बनाने और जैविक खेती के फायदे बताने में लगी रहीं। उनकी इस सामाजिक सक्रियता ने उन्हें क्षेत्र में एक परिचित चेहरा बना दिया।

राजनीतिक करियर और आंदोलन

आप में शामिल होने के बाद, आतिशी 2014 से 2016 तक मध्य प्रदेश में पार्टी की प्रभारी भी रहीं। 2015 में ओंकारेश्वर में जल सत्याग्रह के दौरान उन्होंने सैकड़ों ग्रामीणों के साथ मिलकर आंदोलन में भाग लिया। यह जल सत्याग्रह बांध के निर्माण के कारण जलस्तर बढ़ने से प्रभावित गांवों के लिए था, और इस दौरान आतिशी ने लगातार सात दिनों तक ग्रामीणों का साथ दिया, जिससे वह चर्चा में रहीं।

नई जिम्मेदारियाँ

अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के बाद, आतिशी को दिल्ली की मुख्यमंत्री के रूप में चुना गया है। वह सबसे कम उम्र की मुख्यमंत्री होने के साथ-साथ, पूर्व केंद्रीय मंत्री सुषमा स्वराज और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बाद दिल्ली की तीसरी महिला मुख्यमंत्री भी बनी हैं।

ये भी पढ़ें-  बागपत में गणेश विसर्जन से लौट रहे श्रद्धालुओं की ट्रैक्टर ट्रॉली में पिकअप ने मारी टक्कर, दो की मौत चार गंभीर रूप से घायल

About Post Author