दिल्ली विधानसभा सत्र: उपराज्यपाल वीके सक्सेना का अभिभाषण, दिल्ली को भ्रष्टाचार मुक्त और प्रदूषणमुक्त बनाने की घोषणा

KNEWS DESK-  दिल्ली विधानसभा सत्र का दूसरा दिन आज हंगामेदार शुरुआत के साथ हुआ। उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने अपना अभिभाषण दिया, जिसमें उन्होंने दिल्ली सरकार की प्रमुख योजनाओं का खुलासा किया और दिल्ली की जनता के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं कीं। इस दौरान आम आदमी पार्टी के विधायकों ने विरोध जताया और विधानसभा में हंगामा भी किया, लेकिन इसके बावजूद उपराज्यपाल ने अपने संबोधन को जारी रखा।

वीके सक्सेना ने अपने भाषण में दिल्ली सरकार के विकास लक्ष्यों और प्राथमिकताओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार की सबसे बड़ी प्राथमिकता यमुना की सफाई होगी। इसके साथ ही, उपराज्यपाल ने दिल्ली को भ्रष्टाचार मुक्त बनाने, अनाधिकृत कॉलोनियों का नियमितकरण और प्रदूषणमुक्त दिल्ली की दिशा में काम करने का संकल्प लिया।

उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने अपने भाषण के दौरान दिल्ली सरकार के 10 प्रमुख लक्ष्यों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मंत्र ‘सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, सबका प्रयास, सबका सम्मान’ उनकी सरकार की दिशा को तय करेगा। उन्होंने कहा, “मेरी सरकार लोगों की बढ़ती उम्मीदों और आकांक्षाओं के प्रति पूरी तरह सचेत है।”

इन लक्ष्यों में शामिल हैं:

  1. भ्रष्टाचार मुक्त प्रशासन – सरकारी कार्यों में पारदर्शिता और ईमानदारी को बढ़ावा देना।
  2. महिला सशक्तिकरण – महिलाओं के अधिकारों की रक्षा और उन्हें बेहतर अवसर उपलब्ध कराना।
  3. गरीबों का कल्याण – गरीब और वंचित वर्गों के लिए योजनाओं का विस्तार।
  4. स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार – स्वास्थ्य सुविधाओं को सुलभ और प्रभावी बनाना।
  5. अच्छा शिक्षा मॉडल – बेहतर शिक्षा प्रणाली का निर्माण और स्कूलों की गुणवत्ता में सुधार।
  6. विश्वस्तरीय सड़कें – दिल्ली में सड़क नेटवर्क को सुधारने और उसे और बेहतर बनाने का प्रयास।
  7. स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त दिल्ली – दिल्ली को पर्यावरणीय दृष्टि से स्वच्छ और स्वस्थ बनाना।
  8. स्वच्छ यमुना – यमुना नदी की सफाई और इसके पानी की गुणवत्ता में सुधार।
  9. स्वच्छ जल – हर नागरिक को स्वच्छ और सुरक्षित पेयजल उपलब्ध कराना।
  10. अनधिकृत कॉलोनियों का नियमितीकरण – दिल्ली की अनधिकृत कॉलोनियों को कानूनी रूप से नियमित करना।

अभिभाषण की शुरुआत में, वीके सक्सेना ने दिल्ली विधानसभा के सभी निर्वाचित सदस्यों का स्वागत किया और विशेष रूप से उन 32 नए विधायकों को बधाई दी जो इस प्रतिष्ठित सदन में पहली बार चुने गए हैं। इसके साथ ही, उन्होंने पांच महिला विधायकों का भी विशेष स्वागत किया और कहा कि उनके योगदान से दिल्ली की महिलाओं के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।

हालांकि, उपराज्यपाल का भाषण विवाद से बच नहीं पाया। आम आदमी पार्टी के विधायकों ने अपने विरोध का इजहार किया, और इस दौरान कुछ समय के लिए विधानसभा में हंगामा हुआ। इसके बावजूद, वीके सक्सेना ने अपने भाषण को जारी रखा और दिल्ली सरकार की योजनाओं का उल्लेख करते हुए विधानसभा के सदस्य और दिल्लीवासियों को विश्वास दिलाया कि उनकी सरकार दिल्ली को एक मॉडल राज्य बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। दिल्ली विधानसभा सत्र के इस दूसरे दिन के दौरान, उपराज्यपाल ने विधानसभा के प्रति अपने सम्मान का इजहार किया और दिल्ली की बेहतर भविष्य की दिशा में राज्य सरकार के प्रयासों को स्पष्ट किया। अब यह देखना होगा कि विधानसभा में इन घोषणाओं पर कैसे आगे की कार्यवाही होती है और दिल्ली सरकार इन योजनाओं को किस गति से लागू करती है।

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