उत्तराखंड| उत्तराखंड में चार धाम की यात्रा को लेकर पर्यटन विभाग ने चार धाम दर्शन के लिए प्रतिदिन श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा कर दिया है। पिछली बार की चार धाम यात्रा में श्रद्धालुओं के रिकॉर्ड टूटने से विभाग ने यह फैसला लिया था। पर्यटन विभाग ने इस संबंध में प्रस्ताव भी तैयार कर लिया है। इस प्रस्ताव को 21 फरवरी लेकर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री धामी जी की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में फैसला लिया जाएगा।
दो धामों के लिए हुआ पंजीकरण
पर्यटन विभाग ने अभी केवल केदारनाथ और बद्रीनाथ धाम के लिए 21 फरवरी से ऑनलाइन पंजीकरण करने का फैसला किया है। अभी केदारनाथ के लिए हर दिन नौ हजार श्रद्धालु और बद्रीनाथ के लिए 10 हजार श्रद्धालु पंजीकरण करवा सकेंगे। पहले नवरात्र वाले दिन गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट खुलने का समय भी तय कर लिया जाएगा और साथ ही चारों धामों के लिए पंजीकरण भी शुरू हो जाएगे। श्री पाँच मंदिर समिति गंगोत्री धाम के सचिव राजेश सेमवाल का कहना है की दोनों धामों के कपाट अक्षय तृतीया के दिन ही खुलते है। अक्षय तृतीया का समय दोपहर 12 बजे के बाद एक या दो बजे के बाद कपाट अगले दिन सुबह भी खुलते है।
चार तरीकों से किया जाएगा पंजीकरण
यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को चार तरीके से पंजीकरण करवाना होगा जैसे की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर पंजीकरण करवा सकेंगे। व्हाटप्प्स नंबर 8394833833 और इसके साथ टोल फ्री नंबर 01351364 और मोबाईल फोन के एप tourist care उत्तराखंड को डाउनलोड करके बिना किसी परेशानी से पंजीकरण करा सकेंगे।
केदारनाथ धाम के लिए हेली सेवा का टेंडर
उत्तराखंड नागरिक उड्डयन विकास प्राधिकरण ने केदारनाथ हेली सेवा को शुरू करने के लिए 28 फरवरी तक टेंडर की मांग की है। प्राधिकरण ने इस बार किराये में बढ़ोतरी का प्रस्ताव किया है और जो किराया बढ़ाया जाएगा वो तीन साल तक प्रभावी रहेगा। बद्रीनाथ मे पहले 15 हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकते ठे लेकिन अब 18000 श्रद्धालु दर्शन कर सकते है, केदारनाथ में पहले 12 हजार श्रद्धालु दर्शन कर सकते थे और अब 15000 कर सकेंगे, गंगोत्री में यह संख्या सात हजार से बढ़ाकर 9000 कर दी गई है और यमुनोत्री में चार हजार से बढ़ाकर 5500 कर दी गई है।