कानपुर, कोरोना एक बार फिर देश में तेजी से अपने पैर पसार रहा है. 6 महीने बाद अब फिर से एक दिन में 5300 कोरोना केस भारत में आए है. इन को देखते हुए कानपुर के IIT कानपुर के प्रफोसर मणींद्र अग्रवाल ने कहा कि हम कोरोना के केसों को अन्य सीजनल बिमारी की तरह नहीं देख सकते है. क्योंकि पता नहीं कौन सा वैरिएंट कितना खतरनाक निकल आए. उन्होंने कहा, हो सकता है कि इस बार भी स्थिति पिछले साल चौथी वेब जैसी हो जाए. आने वाले 2 महीनों में कोरोना के केस हर रोज 15 हजार से 20 हजार तक आ सकते हैं.
भारत में एक फिर कोरोना के मामलों में तेजी पकड़ ली है. एक दिन के अंदर भारत में 5300 कोरोना के मामले दर्ज किए गए. 195 दिनों के बाद इतनी ज्यादा संख्या में केस दर्ज किया गया है. वहीं अब एक्टिव केसों की संख्या बढ़कर 25,587 हो गए है. इससे पहले पिछले साल 23 सितंबर को एक दिन में 5,383 केस दर्ज किए गए है. राजधानी दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 509 नए मामले सामने आए हैं.
इन सबके बीच IIT कानपुर के प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने कहा कि देश में कोरोना के केस बढ़ना नेचुरल इम्युनिटी कम होने के संकेत हैं. उन्होंने आशंका जताई की इस बार भी स्थिति पिछले साल आई चौथी लहर की तरह हो सकती है. आने वाले 2 महीनों में कोरोना के केस हर रोज 15 हजार से 20 हजार तक आ सकते हैं.
‘कोरोना को हल्के में ना लें’- प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल
प्रोफेसर मणींद्र अग्रवाल ने कहा, कोरोना को अन्य सीजनल बीमारी की तरह नहीं देख सकते, क्योंकि पता नहीं कौन सा वैरिएंट कितना खतरनाक निकल आए. मणींद्र अग्रवाल ने कहा कि कोरोना की स्थिति को समझने में सबसे ज्यादा मैथमेटिकल मॉडल सक्षम रहा है. इसी के आधार पर वे अब तक कोरोना को लेकर सटीक भविष्यवाणी करते आए हैं. उन्होंने कहा, अभी तक उन्हें अपने इस मॉडल का इस्तेमाल करने की जरूरत महसूस नहीं हुई. उन्होंने बताया कि अभी केस इतने नहीं आ रहे हैं कि उनका मॉडल इसे कैप्चर कर पाए.