KNEWSDESK- शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार दीनदयाल रसोई योजना के तहत भोजन वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस योजना में कार्यस्थल के करीब नागरिकों को 5 रुपये में भरपेट भोजन मिलने का दावा किया और पंडित दिनदयाल उपाध्यय को गरीबों का भगवान बताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि, काम के लिए शहरों में आने वाले मजदूरों की दैनिक कमाई का एक बड़ा हिस्सा भोजन पर खर्च होता है , लेकिन अब उन्हें अपने कार्यस्थल पर केवल पांच रुपये में ताजा भोजन मिलेगा । आपको बता दें कि मुख्यमंत्री ने खाद्य वाहन की शुरुआत की है। इस योजना में 5 रुपये प्रति दर से थालियां हर दिन सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक उपलब्ध होंगी। इन वाहनों में भोजन को गर्म रखने की भी सुविधा है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि, गरीब लोग अब रियायती दरों पर भोजन खरीद सकते हैं। प्रवासी श्रमिकों और अन्य जरूरतमंत नागरिकों को इस योजना के माध्यम से उनके कार्यस्थल के पास भरपेट भोजन मिल सकता है और आगे कहा कि ,काम के लिए शहरों में आने वाले मजदूरों की दैनिक कमाई का एक बड़ा हिस्सा भोजन पर खर्च होता है, लेकिन अब उन्हें अपने कार्यस्थल पर केवल पांच रुपये में ताजा भोजन मिलेगा। जिससे उनके पैसे और समय की बचत होगी।
खाद्य वाहनों के तहत भोजन को गर्म रखने की सुविधा
मुख्यमंत्री ने कहा कि , राज्य सरकार ने दीनदयाल रसोई योजना के तहत प्रति व्यक्ति 10 रुपये का अनुदान देने की व्यवस्था की है। अनुदान युक्त भोजन योजना 7 फरवरी , 2017 को जिला मुख्यालय और छह प्रमुख धार्मिक स्थानों सहित 56 केंद्रों पर शुरु की गई थी और आगे कहा कि खाद्य वाहनों , में भोजन को गर्म रखने की सुविधा है। 5 रुपये प्रति दर से थालियां हर दिन सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक प्रदान की जाएंगी। प्रत्येक वाहन की कीमत लगभग 25 लाख रुपये है। ऐसे खाद्य वाहन भोपाल में तीन, इंदौर में चार , ग्वालियर और जबलपुर में दो – दो और 12 नगर निगमों और दो औद्योगिक शहरों पीथमपुर और मंडीदीप में एक – एक संचालित होंगे ।
अधिकारियों ने कहा कि, धीरे – धीरे , ऐसे मोबाइल फूड सेंटर 20,000 से अधिक आबादी वाले 68 नगर निकायों में शुरू किए जाएंगे।