दिल्ली- बात दें की दिल्ली आबकारी नीति घोटाले केस में दिल्ली मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल का नाम ईडी की रिपोर्ट मे सामने आ रहा है|
प्रवर्तन निदेशालय ने दिल्ली आबकारी नीति घोटाले को लेकर दायर ताजा आरोपपत्र में एक बड़ा दावा किया जा रहा है| ईडी का कहना है कि आरोपी विजय नायर ने ही मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के साथ एक सह-आरोपी की वीडियो कॉल की व्यवस्था की थी| वह मंत्री कैलाश गहलोत को आवंटित सरकारी बंगले में रहता था| ईडी ने चार्जशीट में आरोप लगाया है कि विजय नायर ने ही इस घोटाले को अंजाम दिया था| बता दें कि विजय नायर दिल्ली शराब घोटाला मामले में सजा काट रहा है|
प्रवर्तन निदेशालय ने कहा कि “नायर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता नहीं, बल्कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के करीबी सहयोगी हैं| आबकारी नीति से जुड़े मामलों पर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ उसकी चर्चा होती थी. विजय नायर ने अपने बयान में स्वीकार किया है कि उसने अरविंद केजरीवाल के कैंप कार्यालय में काम किया था. इतना ही नहीं, विजय नायर 2020 से दिल्ली सरकार में कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत को आवंटित सरकारी बंगले में रहता था|जो आबकारी नीति 2021-22 के जीओएम का हिस्सा हैं| जबकि मंत्री कैलाश गहलोत नजफगढ़ के एक अन्य निजी आवास में रहते हैं|”
विजय नायर ने अरविंद केजरीवाल के साथ इंडो स्पिरिट्स के मालिक नियंत्रक समीर महेंद्रू की एक बैठक आयोजित की थी| जब बात नहीं बनी तो उन्होंने समीर और अरविंद केजरीवाल के लिए अपने फोन पर फेसटाइम के माध्यम से एक वीडियो कॉल की व्यवस्था की| वीडियो कॉल में अरविंद ने समीर से कहा कि विजय उसका बेटा है और समीर को उस पर विश्वास करना चाहिए और उसके साथ चलना चाहिए|
ईडी ने चार्जशीट में आरोप लगाया है कि विजय नायर आप के लिए मीडिया और संचार के प्रभारी हैं| दिल्ली सरकार में उनकी कोई भूमिका नहीं है| ईडी की चार्जशीट में कहा गया है कि वास्तव में उन्होंने 2021-22 की आबकारी नीति में अनुकूल परिणामों के बदले दिल्ली शराब कारोबार में विभिन्न हितधारकों से रिश्वत लेने के लिए आप के शीर्ष नेताओं की ओर से दलाल के रूप में काम किया, जिसका मसौदा तैयार किया जा रहा था| ईडी की चार्जशीट में कहा गया है कि “नायर ने उन हितधारकों को भी धमकी दी जो उनकी मांगों से सहमत नहीं थे| नायर ने हितधारकों से कहा कि अगर वे उनकी मांगों को नहीं मानते हैं तो उनके पक्ष में जरूरी बदलाव नहीं हो सकते हैं|”
- सीएम अरविंद केजरीवाल के सहयोगी विजय नायर ने आप नेताओं को 100 करोड़ रुपए की रिश्वत दी|
- प्रवर्तन निदेशालय ने चार्जशीट में दावा किया है कि शराब घोटाले से कमाए पैसों का इस्तेमाल सरकार के मंत्री, सहयोगी और आप नेता ने किया|
- शराब घोटाले से जुटे सबूतों को बड़े पैमाने पर नष्ट किया गया. दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने 13 बार फोन बदला और दूसरे नाम से जारी सिम कार्ड का इस्तेमाल किया|
- डिप्टी सीएम सिसोदिया के सचिव रहे सी अरविंद ने बताया कि जीओएम की बैठकों में निजी कंपनियों को होल सेल देने या 12 प्रतिशत मार्जिन को लेकर कोई चर्चा नहीं हुई|
- विजय नायर ने इंडोस्प्रिट के मालिक समीर महेंद्रू के साथ फेस टाइम कॉल की व्यवस्था की. कॉल में सीएम केजरीवाल महेंद्रू को कहते सुनाई दे रहे हैं कि विजय नायर उसका आदमी है और वह उस पर भरोसा कर सकते हैं|
- दिल्ली सरकार ने साउथ ग्रुप की कंपनी को गैर कानूनी तरीके से लाभ पहुंचाया|