KNEWS DESK- अयोध्या में तीन दिवसीय दीपोत्सव का आगाज़ सोमवार को हुआ, और यह त्रेतायुग के रंगों में डूबी हुई दिख रही है। उदया चौराहे से लेकर नयाघाट तक, और धमर्पथ से सरयू पुल तक, सजीव रामकथा के दृश्य देखकर श्रद्धालुओं का मन मयूर हो उठा है। इस वर्ष, 25 लाख दीयों के साथ अयोध्या एक नई रोशनी में चमकने के लिए तैयार है।
भव्य सजावट और सांस्कृतिक कार्यक्रम
अयोध्या की हर गली, हर चौक-चौराहा दीपों और रंग-बिरंगी रोशनी से सज गया है। राम की पैड़ी से लेकर सरयू घाट और रामकथा पार्क तक का क्षेत्र दीपों से जगमगा उठा है। लेजर शो और सांस्कृतिक कार्यक्रमों की बहुरंगी छटा ने माहौल को और भी मंत्रमुग्ध कर दिया है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ बुधवार को राम की पैड़ी में दीप जलाने का कार्यक्रम करेंगे, जिससे पूरे अयोध्या में 29 लाख दीये एक साथ जलेंगे। हर दिशा में दीपोत्सव की तैयारी चल रही है, जिससे ऐसा प्रतीत हो रहा है जैसे भगवान श्रीराम स्वयं धरती पर अवतरित हो रहे हैं।
रामकथा पार्क का आकर्षण
रामकथा पार्क में 90 फीट लंबे रामदरबार की भव्य सजावट की गई है, जो राजमहल की थीम पर आधारित है। डिजिटल तकनीक का उपयोग करके दरबार के पीछे दृश्य प्रस्तुत किए जाएंगे। साधु-संतों के बैठने के लिए मंच भी तैयार किया गया है, और रामकथा आधारित लाइटिंग युक्त तोरण द्वार श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं।
सांस्कृतिक प्रस्तुतियों की धूम
इस अवसर पर विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भारत की समृद्ध लोक संस्कृति की झलक देखने को मिल रही है। अयोध्या में छात्रों की हजारों टीम दीपों की माला सजाने में जुटी हुई है, और रात के समय लेजर शो ने रामायण युग का अहसास करवा दिया है। अयोध्या का यह दीपोत्सव केवल एक पर्व नहीं, बल्कि एक सांस्कृतिक विरासत का उत्सव है, जो हर दिल में श्रद्धा और उल्लास का संचार कर रहा है।
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