KNEWS DESK- कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में एक लेडी डॉक्टर की निर्मम हत्या ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है। इस हत्या की पोस्टमार्टम रिपोर्ट ने जो भयानक तस्वीर पेश की है, वह बेहद दिल दहला देने वाली है। रिपोर्ट के अनुसार, लेडी डॉक्टर को हवस का शिकार बनने के बाद अत्यंत क्रूरता से मारा गया। अस्पताल प्रशासन पर इस मामले को लेकर कई गंभीर आरोप उठाए जा रहे हैं, जिसमें सबसे प्रमुख आरोप यह है कि अस्पताल ने शुरू में इस हत्या को आत्महत्या के रूप में पेश किया।
हत्याकांड की शुरुआत और अस्पताल प्रशासन पर आरोप
सूत्रों के मुताबिक, आरजी कर अस्पताल के एसिस्टेंट सुप्रींटेंडेंट ने डॉक्टर के परिवारवालों को यह झूठी जानकारी दी कि उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है। परिवारवालों को जब उनकी बेटी की लाश देखने का मौका मिला, तो उन्होंने देखा कि उसके शरीर पर गंभीर चोटों के निशान थे, जो स्पष्ट रूप से हत्या की ओर इशारा कर रहे थे। यह जानकारी सामने आने के बाद परिवारवाले हैरान और परेशान हो गए, और इस मामले में अस्पताल प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठने लगे।
पुलिस की जांच और पूछताछ
पुलिस ने अब अस्पताल के अधिकारियों को पूछताछ के लिए तलब किया है। एसिस्टेंट सुप्रींटेंडेंट और चेस्ट मेडिसिन विभाग के प्रमुख से इस मामले में पूछताछ की जाएगी, ताकि यह स्पष्ट हो सके कि उन्होंने झूठी जानकारी क्यों दी। इसके साथ ही, पुलिस ने घटना वाली रात ड्यूटी पर मौजूद 7 जूनियर डॉक्टरों से भी पूछताछ की है। इन डॉक्टरों में इंटर्न, हाउस स्टाफ और पोस्टग्रेजुएट ट्रेनी शामिल हैं। खबरों के अनुसार, इन डॉक्टरों ने घटना के कुछ घंटे पहले पीड़िता के साथ डिनर किया था।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट का दिल दहला देने वाला खुलासा
लेडी डॉक्टर का शव 9 अगस्त की सुबह अस्पताल के सेमिनार हॉल में मिला था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि डॉक्टर के प्राइवेट पार्ट से ब्लीडिंग हो रही थी और उसके शरीर के अन्य हिस्सों पर भी चोट के निशान थे। रिपोर्ट में बताया गया है कि उसकी दोनों आंखों और मुंह से खून बह रहा था, चेहरे पर चोटें थीं, और एक नाखून भी गायब था। इसके अलावा, पेट, बाएं पैर, गर्दन, दाहिने हाथ, अनामिका और होठों पर भी चोटें आई थीं। रिपोर्ट में हत्या से पहले की चोटों, फ्रैक्चर और यौन उत्पीड़न का भी संकेत दिया गया है। जांच में पता चला है कि शुक्रवार सुबह 3 बजे से 5 बजे के बीच गला घोंटकर और मुंह दबाकर पीड़िता की हत्या की गई थी।
सामाजिक और कानूनी प्रतिक्रियाएं
इस नृशंस हत्या के बाद पूरे देश में गुस्से और नाराजगी की लहर दौड़ गई है। अस्पताल प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं और इस मामले की जांच को लेकर व्यापक दबाव बढ़ता जा रहा है। पीड़िता के परिवारवालों ने न्याय की मांग की है और दोषियों को कठोर दंड देने की अपील की है। इस घटना ने अस्पताल और चिकित्सा क्षेत्र में सुरक्षा और नैतिकता को लेकर गंभीर सवाल खड़े किए हैं, जिनका उत्तर ढूंढना अब जरूरी हो गया है।
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