KNEWS DESK, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बिहार के दरभंगा में स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार की दिशा में बड़ा कदम उठाया। उन्होंने दरभंगा स्थित अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) का उद्घाटन किया, जबकि भागलपुर में 1260 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले एम्स का शिलान्यास भी किया। इस मौके पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इन स्वास्थ्य परियोजनाओं से बिहार और आस-पास के क्षेत्रों में स्वास्थ्य सुविधाओं का स्तर उठेगा और लाखों लोगों को बेहतर इलाज मिल सकेगा।
रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसरों की शुरुआत
आपको बता दें कि बिहार के दरभंगा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज ऐतिहासिक एम्स का उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने न केवल राज्य की स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की दिशा में कदम बढ़ाए, बल्कि स्थानीय स्तर पर रोजगार और स्वरोजगार के नए अवसरों की शुरुआत भी की। प्रधानमंत्री ने कहा कि इस एम्स की स्थापना से मिथिला, कोसी, तिरहुत और आसपास के क्षेत्रों के लोगों को अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं सुलभ होंगी, जिससे उन्हें दिल्ली या अन्य बड़े शहरों में इलाज के लिए दूर जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने बिहार में 12,100 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न विकास योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण भी किया, जिसमें स्वास्थ्य के साथ-साथ रेल और सड़क संपर्क को बेहतर बनाने की योजनाएं भी शामिल हैं।
सरकार के पांच फोकस
प्रधानमंत्री मोदी ने स्वास्थ्य क्षेत्र के सुधार के लिए सरकार के पांच फोकस बताए:
- बीमारी से बचाव: सरकार का पहला फोकस बीमारी से बचाव पर है, ताकि लोग स्वास्थ्य समस्याओं से पहले ही बच सकें।
- सही समय पर जांच: दूसरे फोकस के तहत, सरकार का उद्देश्य बीमारी की सही पहचान और समय पर जांच करना है।
- सस्ता और मुफ्त इलाज: तीसरे फोकस के तहत, सरकार सुनिश्चित कर रही है कि लोगों को सस्ती दवाएं और मुफ्त इलाज की सुविधाएं मिलें।
- छोटे शहरों में इलाज की सुविधा: चौथे फोकस के तहत, छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों में भी बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाई जाएं।
- स्वास्थ्य सेवाओं में टेक्नोलॉजी का विस्तार: पांचवे फोकस में, स्वास्थ्य सेवाओं में नवीनतम तकनीकों का इस्तेमाल कर इलाज की प्रक्रिया को और बेहतर बनाया जा रहा है।
आयुष्मान भारत योजना से लाभ
प्रधानमंत्री ने आयुष्मान भारत योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इस योजना ने देश के गरीबों के जीवन में एक बड़ा बदलाव लाया है। उन्होंने बताया कि इस योजना के तहत अब तक चार करोड़ से अधिक लोग इलाज करा चुके हैं। यदि यह योजना नहीं होती, तो इन गरीबों में से ज्यादातर लोग अस्पतालों में भर्ती ही नहीं हो पाते। आयुष्मान भारत योजना से गरीब परिवारों को करीब सवा लाख करोड़ रुपये की बचत हुई है, जिससे उनका जीवन आसान हो रहा है।
बिहार कोकिला शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने संबोधन में बिहार कोकिला, मशहूर गायिका शारदा सिन्हा को भी श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा, “मैं मिथिला की धरती की बेटी, स्वर कोकिला शारदा सिन्हा को श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। शारदा सिन्हा ने भोजपुरी और मैथिली संगीत की जो सेवा की है, वह अतुलनीय है। उनके गीतों ने महापर्व छठ की महिमा को दुनिया भर में फैलाया, जो एक अद्भुत कार्य है।”
स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े बदलाव की उम्मीदें
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दौरा बिहार के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इससे राज्य के स्वास्थ्य क्षेत्र में बड़े बदलाव की उम्मीदें हैं। दरभंगा एम्स का उद्घाटन और भागलपुर एम्स का शिलान्यास दोनों ही योजनाएं राज्य के लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं की उपलब्धता को बढ़ाएंगी और क्षेत्रीय असमानता को दूर करने में मदद करेंगी। इसके साथ ही, प्रधानमंत्री मोदी के इस दौरे से बिहार में विकास और स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार की दिशा में सरकार की प्रतिबद्धता को भी बल मिलेगा।