KNEWS DESK- बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 2027 में होने वाले उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए संगठन में बड़े बदलावों की शुरुआत कर दी है। पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने एक बार फिर अपने भतीजे आकाश आनंद पर भरोसा जताते हुए उन्हें पार्टी का मुख्य समन्वयक (कोऑर्डिनेटर) नियुक्त किया है। आकाश अब पार्टी के भीतर नंबर-2 की भूमिका में सक्रिय हो चुके हैं और उनके नेतृत्व में संगठन को नए सिरे से तैयार किया जा रहा है।
कोऑर्डिनेटर बनने के बाद आकाश आनंद ने अपनी टीम का गठन शुरू कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि संगठन में काम नहीं करने वाले पदाधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा। पार्टी अब विधानसभा और बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ रही है।
उत्तर प्रदेश में पार्टी ने कई मंडलों में नए प्रभारियों की तैनाती की है। निष्क्रिय मंडल प्रभारियों को छह महीने के भीतर हटाने की चेतावनी भी दी गई है। यह साफ संकेत है कि बसपा अब फील्ड में केवल सक्रिय और मेहनती कार्यकर्ताओं को ही जिम्मेदारी देना चाहती है।
नए मंडल प्रभारियों की सूची इस प्रकार है:
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लखनऊ मंडल: घनश्याम चंद्र खरवार, शमसुद्दीन राइन, मौजी लाल गौतम
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झांसी-चित्रकूट मंडल: लालाराम अहिरवार
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प्रयागराज मंडल: घनश्याम चंद्र खरवार, राजू गौतम
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वाराणसी मंडल: दिनेश चंद्र, रामचंद्र गौतम, डॉ. विनोद कुमार
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मिर्जापुर मंडल: अमरेंद्र बहादुर पासी, गुड्डू राम, विनोद बागड़ी
बसपा अब केवल मंडल और जिला स्तर तक ही सीमित नहीं रहना चाहती, बल्कि वह बूथ स्तर तक अपनी पैठ मजबूत करने की रणनीति पर काम कर रही है। इससे पार्टी को जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं का नेटवर्क मजबूत करने और वोटरों तक सीधा संवाद स्थापित करने में मदद मिलेगी। पार्टी नेतृत्व ने साफ किया है कि संगठन में अब निष्क्रियता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आकाश आनंद की देखरेख में हर स्तर पर प्रदर्शन की निगरानी की जाएगी और जो पदाधिकारी छह महीने के भीतर परिणाम नहीं देंगे, उन्हें बदला जाएगा।
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