KNEWS DESK – हर साल कार्तिक मास की शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को भाई दूज का पर्व मनाया जाता है, जिसे यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है। इस वर्ष यह त्योहार 3 नवंबर 2024, रविवार को यानि आज मनाया जा रहा है। इस दिन बहनें अपने भाइयों का तिलक करती हैं, उनकी आरती उतारती हैं और उनके मुंह मीठा कर उनकी लंबी उम्र की प्रार्थना करती हैं।
तिलक का महत्व
बता दें कि तिलक हिंदू धर्म में शुभता और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है। यह माथे पर लगाया जाता है, जिसे आज्ञा चक्र कहा जाता है। तिलक लगाने से भाई को नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा मिलती है और उसकी आयु में वृद्धि होती है।
तिलक की थाली में रखने वाली सामग्री
इस विशेष दिन पर बहनें अपने भाइयों की लंबी और खुशहाल जिंदगी के लिए प्रार्थना करती हैं। वे उन्हें टीका करती हैं, भाई दूज की पूजा के लिए थाली तैयार करते समय सभी जरूरी सामग्रियों को ध्यान से रखना आवश्यक है। अधूरी सामग्री से पूजा अधूरी मानी जा सकती है। आइए जानते हैं तिलक की थाली में कौन-कौन सी चीजें रखनी चाहिए:
- रोली: सबसे पहले थाली में तिलक करने के लिए रोली रखें। यह तिलक का मुख्य तत्व होता है।
- चंदन: चंदन का उपयोग भी तिलक में किया जा सकता है, जो शांति और सुख का प्रतीक है।
- अक्षत (चावल): सुख-समृद्धि के लिए अक्षत यानी चावल भी थाली में जरूर रखें। इसके बिना तिलक अधूरा माना जाता है।
- लाल कलावा: यह भाई की कलाई पर बांधा जाता है और इसका विशेष महत्व होता है।
- सुपारी: एक सुपारी भी रखें, जो भगवान गणेश का प्रतीक है और पूजा में विशेष स्थान रखती है।
- चांदी का सिक्का: यह आपके भाई के जीवन में धन और वैभव को बढ़ाने का प्रतीक होता है।
- नारियल: नारियल जीवन से नकारात्मकता को दूर करने में सहायक होता है और इसे थाली में रखना चाहिए।
- फूल माला: तिलक के बाद भाई को पहनाने के लिए फूलों की माला जरूर रखें।
- मिठाई: भाई के मुंह मीठा कराने के लिए कोई मिठाई भी थाली में शामिल करें।
- केला: केला भी थाली में रखना न भूलें। इसे खिलाने से बृहस्पति ग्रह मजबूत होता है।
भाई दूज का विशेष महत्व
भाई दूज का पर्व भाई-बहन के बीच प्रेम और समर्पण को दर्शाता है। मान्यता है कि इस दिन जो भी भाई अपनी बहन के घर भोजन करता है, उसकी उम्र में वृद्धि होती है। इस दिन की पूजा और अनुष्ठान से रिश्तों में प्रगाढ़ता आती है।