KNEWS DESK – मूर्ति विसर्जन के दौरान हुए बवाल में उपद्रवियों पर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। पिछले 24 घंटों में 24 और लोगों की गिरफ्तारी के साथ कुल गिरफ्तारियों की संख्या 50 तक पहुंच गई है। इस घटना में 100 से अधिक लोगों के खिलाफ मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
सीसीटीवी फुटेज की जांच
बता दें कि प्रशासन ने महाराजगंज और शहर में लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज की जांच शुरू कर दी है, ताकि उपद्रवियों की पहचान की जा सके। पुलिस कर्मियों द्वारा बनाए गए वीडियो से भी मदद ली जा रही है। इन प्रयासों के चलते, उपद्रव में शामिल लोग अब भागने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुआ था पथराव
हरदी थाना क्षेत्र के महाराजगंज बाजार में प्रतिमा विसर्जन के दौरान पथराव हुआ। इस घटना में रेहुआ मंसूर गांव के 22 वर्षीय रामगोपाल मिश्र की हत्या कर दी गई, जिसके बाद आक्रोशित भीड़ ने महराजगंज बाजार में तोड़फोड़ और आगजनी की। शहर में स्टीलगंज तालाब के पास एक बाइक को आग के हवाले कर दिया गया, वहीं अस्पताल चौराहे पर कई दुकानों को भी जलाने का प्रयास किया गया।
सख्त कार्रवाई के निर्देश
इस घटनाक्रम के दौरान पुलिस और उपद्रवियों के बीच घंटों तक संघर्ष चला। उपद्रवियों को काबू में करने के लिए एसटीएफ प्रमुख को पिस्टल लेकर दौड़ाना पड़ा। मुख्यमंत्री ने उपद्रवियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे, जिसके बाद प्रशासन ने तेजी से कार्रवाई की। नव नियुक्त हरदी थानाध्यक्ष कमलशंकर चतुर्वेदी ने मंगलवार को 24 आरोपितों को गिरफ्तार कर न्यायालय भेजा।
हत्या के मामले में जांच
रामगोपाल मिश्र की हत्या के मामले में पुलिस छह नामजद आरोपियों समेत 10 लोगों की तलाश कर रही है। थानाध्यक्ष ने बताया कि इन आरोपियों में महराजगंज के अब्दुल हमीद, रिंकू उर्फ सरफराज, फहीम, और राजा उर्फ साहिर खान शामिल हैं। इनके खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है।
डीएम की चेतावनी
डीएम मोनिका रानी ने कहा कि उपद्रव के मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है और किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन की ओर से स्पष्ट किया गया है कि कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।