KNEWS DESK- 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 निर्दोष लोगों की हत्या और 20 से अधिक लोगों के घायल होने के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ सख्त कदम उठाए हैं। भारत ने पाकिस्तान के साथ होने वाले जमीनी व्यापारिक रास्ते, अटारी चेकपोस्ट को तत्काल प्रभाव से बंद करने का ऐलान कर दिया है।
इस निर्णय से पाकिस्तान को 3,000 करोड़ रुपए से अधिक के व्यापारिक नुकसान का अनुमान है। भारत का यह कदम उस मजबूत जवाब का हिस्सा है जो केंद्र सरकार ने इस अमानवीय आतंकी हमले के बाद तय किया है।
अटारी बॉर्डर, अमृतसर से मात्र 28 किलोमीटर की दूरी पर स्थित, भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार का इकलौता जमीनी रास्ता है। यह पोर्ट 120 एकड़ में फैला हुआ है और राष्ट्रीय राजमार्ग-1 से जुड़ा हुआ है। यहीं से वाघा बॉर्डर तक मालवाहक ट्रकों और यात्रियों की आवाजाही होती है।
वित्तीय वर्ष 2023-24 में अटारी पोर्ट से 6,871 मालवाहक गाड़ियां पाकिस्तान गई थीं और करीब 71,563 यात्रियों ने इस मार्ग से सफर किया था। इस दौरान दोनों देशों के बीच कुल 3,886.53 करोड़ रुपए का व्यापार हुआ।
भारत से पाकिस्तान क्या भेजता है?
भारत अटारी बॉर्डर से पाकिस्तान को निम्नलिखित वस्तुएं भेजता रहा है:
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सोयाबीन
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मुर्गे का दाना
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सब्जियां
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लाल मिर्च
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प्लास्टिक के दाने और धागे
वहीं पाकिस्तान से भारत में:
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सूखे मेवे
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सूखे खजूर
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जिप्सम
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सीमेंट
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कांच
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सेंधा नमक
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आयुर्वेदिक जड़ी-बूटियां
का आयात होता रहा है। अब इस मार्ग के बंद होने से इन सभी वस्तुओं के व्यापार पर सीधा असर पड़ेगा।
इस फैसले का सबसे बड़ा असर सीमा पर व्यापार करने वाले छोटे व्यापारियों और MSME सेक्टर पर पड़ेगा। खासतौर से वे व्यवसाय जो रोज़मर्रा की आवश्यक चीजों की आपूर्ति पर निर्भर रहते हैं, उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
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