KNEWS DESK – उत्तर प्रदेश की 9 विधानसभा सीटों पर 20 नवंबर को हुए उपचुनाव के परिणाम आज सुबह से जारी हो रहे हैं। इन सीटों पर कुल 49.3 प्रतिशत मतदान हुआ था और चुनाव के दौरान कई स्थानों पर राजनीतिक विवाद और हंगामे की स्थिति उत्पन्न हुई थी। गाजियाबाद, मीरापुर, करहल, कटेहरी, फूलपुर, खैर, कुंदरकी, मझवां और सीसामऊ जैसी सीटों पर विवादों के कारण चुनाव आयोग को हस्तक्षेप करना पड़ा, और कुछ पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड भी किया गया।
फूलपुर में बीजेपी की जीत की हैट्रिक
प्रयागराज के फूलपुर विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी के दीपक पटेल ने शानदार जीत हासिल की। दीपक पटेल ने समाजवादी पार्टी (सपा) के मुजतबा सिद्दीकी को 1305 वोटों के अंतर से हराया। दीपक पटेल ने कुल 78,289 वोट प्राप्त किए, जबकि सपा के मुजतबा सिद्दीकी को 66,984 वोट मिले। यह जीत बीजेपी के लिए खास महत्व रखती है क्योंकि दीपक पटेल ने इस सीट पर पार्टी की तीसरी जीत दर्ज की है।
बसपा के जितेंद्र सिंह 20,342 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे, जबकि आजाद समाज पार्टी के शाहिद खान को 4,449 वोट मिले। कांग्रेस के बागी उम्मीदवार सुरेश यादव को केवल 1,389 वोट मिले, और नोटा को भी 1,145 वोट मिले। इस सीट पर कुल 1,77,514 मतदाताओं ने अपने वोट डाले थे, और वोटिंग प्रतिशत 60.52 था।
कटेहरी में बीजेपी की धर्मराज निषाद की शानदार जीत
कटेहरी विधानसभा क्षेत्र के उपचुनाव में बीजेपी के धर्मराज निषाद ने सपा की शोभावती वर्मा को 25,000 से अधिक वोटों से हराया। धर्मराज निषाद की जीत ने बीजेपी के लिए एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की, जिससे पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश का माहौल है।
मझवां में बीजेपी की सुचिस्मिता मौर्य की जीत
मिर्जापुर की मझवां विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी की सुचिस्मिता मौर्य ने सपा की डॉ. ज्योति बिंद को 4936 वोटों के अंतर से हराया। सुचिस्मिता मौर्य को 77,503 वोट मिले, जबकि डॉ. ज्योति बिंद को 72,567 वोट मिले। इस सीट पर बसपा के दीपक तिवारी 34,800 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
राजनीतिक माहौल और बीजेपी की मजबूत स्थिति
उत्तर प्रदेश के इन उपचुनावों के परिणाम बीजेपी के लिए एक बड़ी जीत के रूप में सामने आए हैं, और इसे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पार्टी की मजबूत स्थिति के तौर पर देखा जा रहा है। बीजेपी ने 9 सीटों में से कई सीटों पर अपनी पकड़ मजबूत की है, जबकि सपा को कुछ सीटों पर शिकस्त का सामना करना पड़ा है। इस परिणाम को आगामी लोकसभा चुनावों के लिए भी महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि इसने पार्टी को राज्य में अपनी पकड़ को और मजबूत करने का मौका दिया है।