KNEWS DESK- दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने एक और अहम चुनावी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यदि उनकी पार्टी दिल्ली में सरकार बनाती है, तो धोबी समाज के कल्याण के लिए एक विशेष बोर्ड का गठन किया जाएगा। इस बोर्ड का उद्देश्य धोबी समुदाय के लोगों की समस्याओं को सुनना और उनके समाधान के लिए काम करना होगा। इसके साथ ही, केजरीवाल ने धोबी समाज के कल्याण के लिए कई अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं का भी ऐलान किया।
धोबी समाज के लिए ऐलान की गई योजनाएं
- धोबी समाज कल्याण बोर्ड: अरविंद केजरीवाल ने बताया कि इस बोर्ड के माध्यम से धोबी समाज के लोग अपनी समस्याओं और सुझावों को सरकार तक पहुंचा सकेंगे। यह एक महत्वपूर्ण कदम होगा जो इस समाज के विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।
- प्रेस थड़े को नियमित करना: पूरी दिल्ली में प्रेस थड़ों को नियमित किया जाएगा, जिससे धोबी समाज के लिए अपने रोजगार और व्यापार को सुगम बनाने का प्रयास किया जाएगा।
- लाइसेंस प्रक्रिया: धोबियों के लिए लाइसेंस प्रक्रिया को दोबारा शुरू किया जाएगा, ताकि उन्हें कानूनी रूप से अपने व्यवसाय को चलाने में कोई कठिनाई न हो।
- बिजली और पानी के चार्ज: धोबी समाज के लोगों से बिजली और पानी का चार्ज कॉमर्शियल नहीं, बल्कि घरेलू दर पर लिया जाएगा, जो उनकी आर्थिक स्थिति को देखते हुए एक राहत की बात है।
- शिक्षा और स्कॉलरशिप: धोबी समाज के बच्चों के लिए उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और स्कॉलरशिप की व्यवस्था की जाएगी, ताकि वे अच्छे अवसरों के लिए तैयार हो सकें।
- युवाओं के लिए प्रशिक्षण: धोबी समाज के युवाओं को बेहतर रोजगार के अवसरों के लिए अच्छी ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकें।
केजरीवाल का रामायण पर बयान और सफाई
अरविंद केजरीवाल ने रामायण को लेकर दिए गए अपने बयान पर सफाई भी दी। उन्होंने कहा कि कल उनके द्वारा की गई टिप्पणी में कुछ लोग गलत मतलब निकाल रहे हैं। केजरीवाल ने कहा था कि रावण सोने का हिरण बनकर आया था और माता सीता उस हिरण को चाहती थीं। इस बयान पर भाजपा ने आपत्तियां जताते हुए केजरीवाल से रावण का अपमान करने के लिए सवाल किया।
केजरीवाल ने इस पर अपनी सफाई दी और कहा कि रावण हिरण नहीं था, बल्कि वह राक्षस मारीच था। उन्होंने भाजपा पर हमला करते हुए कहा, “पूरी भाजपा मेरे घर के बाहर प्रदर्शन कर रही है और मुझसे पूछ रही है कि मैंने रावण का अपमान क्यों किया। वे रावण से बहुत प्यार करते हैं, जबकि वे राक्षसी स्वभाव के हैं।”
उन्होंने यह भी कहा कि उनका उद्देश्य दिल्ली की झुग्गी-झोपड़ियों और गरीब तबके के लोगों को चेतावनी देना था कि अगर भाजपा सत्ता में आई, तो ये लोग गरीबों को राक्षसों की तरह निगल जाएंगे।
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