KNEWS DESK- टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन रतन टाटा का बुधवार रात निधन हो गया, जब उन्होंने 86 वर्ष की आयु में अंतिम सांस ली। रतन टाटा का स्वास्थ्य सोमवार को जांच के लिए मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में भर्ती किया गया था। टाटा संस की ओर से जारी बयान में बताया गया कि उन्होंने बुधवार रात करीब 11:30 बजे अंतिम सांस ली, हालांकि डॉक्टरों की टीम तमाम प्रयासों के बावजूद उन्हें बचाने में सफल नहीं हो सकी।
रतन टाटा के निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रतन टाटा के निधन पर दुख व्यक्त किया, और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “भारत ने अपना सच्चा ‘रत्न’ खो दिया। उन्होंने असंभव को संभव बनाया। उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।”
https://x.com/ArvindKejriwal/status/1844197510090477638
रतन टाटा को अपनी सादगी और सरल स्वभाव के लिए जाना जाता था। उदारीकरण के दौर में टाटा समूह को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में उनका योगदान अमूल्य था। टाटा का जन्म 28 दिसंबर, 1937 को हुआ था और वे टाटा समूह के संस्थापक जमशेदजी टाटा के दत्तक पोते नवल टाटा के पुत्र थे।
रतन टाटा ने अपने कार्यकाल में न केवल उद्योग में बल्कि समाज में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया, जो उन्हें हमेशा याद रखा जाएगा। उनके निधन से भारतीय उद्योग जगत ने एक दिग्गज खो दिया है। ओम शांति।
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