KNEWS DESK- नए साल का जश्न दुनिया भर में धूमधाम से मनाने की तैयारी चल रही है और इसी बीच ओडिशा के पुरी में श्री जगन्नाथ मंदिर में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर प्रशासन और पुलिस ने पुख्ता सुरक्षा प्रबंध किए हैं। 31 दिसंबर और 1 जनवरी को होने वाली भीड़ को देखते हुए मंदिर प्रशासन ने दर्शन और श्रद्धालुओं की आवाजाही को सुचारू बनाने के लिए कुछ अहम बदलाव किए हैं।
सिर्फ सिंहद्वार से मिलेगा प्रवेश
मंदिर प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि श्रद्धालुओं को श्री जगन्नाथ मंदिर में प्रवेश केवल सिंहद्वार से ही मिलेगा। यह व्यवस्था खासतौर पर नए साल के दौरान लागू की गई है, ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित किया जा सके और मंदिर में प्रवेश में किसी तरह की समस्या न हो। वहीं, श्रद्धालुओं के बाहर जाने के लिए मंदिर में तीन अन्य द्वारों की व्यवस्था की गई है, ताकि भीड़ नियंत्रित रहे और लोग आसानी से बाहर जा सकें।
सेवकों और उनके परिवारजनों के लिए विशेष व्यवस्था
मंदिर प्रशासन ने यह भी कहा कि यह व्यवस्था सामान्य श्रद्धालुओं के लिए लागू होगी, लेकिन सेवकों और उनके परिवारजनों को किसी भी द्वार से प्रवेश और निकासी करने की अनुमति होगी। यह विशेष छूट सेवकों और उनके परिवार के सदस्यों के लिए बनाई गई है, ताकि उन्हें किसी प्रकार की परेशानी न हो।
कोरोना के प्रोटोकॉल का पालन
मंदिर प्रशासन ने इस बात का भी ध्यान रखा है कि कोरोना के प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जाए। सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क पहनना और हाथों की सफाई के लिए सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। श्रद्धालुओं से अपील की गई है कि वे इन नियमों का पालन करते हुए मंदिर में प्रवेश करें ताकि कोविड के बढ़ते मामलों को देखते हुए कोई भी जोखिम न हो।
एसजेटीए ने किया सहयोग की अपील
श्री जगन्नाथ मंदिर के मुख्य प्रशासक अरविंद पद्मी ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे इस व्यवस्था में सहयोग करें ताकि भगवान जगन्नाथ के दर्शन बिना किसी व्यवधान के हो सकें। उन्होंने कहा, “हम सभी से निवेदन करते हैं कि इस व्यवस्था को सुचारू रूप से लागू करने में सहयोग करें, ताकि महाप्रभु के दर्शन अच्छे से हो सके। यह व्यवस्था 31 दिसंबर और 1 जनवरी को लागू रहेगी।”
नए साल के अवसर पर भक्तों के लिए अद्भुत आयोजन
नए साल के मौके पर श्री जगन्नाथ मंदिर में भक्तों के लिए विशेष पूजा-अर्चना और धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। मंदिर प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि भक्तों को भगवान जगन्नाथ के दर्शन में कोई बाधा न हो और उनका अनुभव सुखद और पवित्र रहे।
इस नए साल के आगमन के साथ ही पुरी स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर एक धार्मिक और आध्यात्मिक माहौल में नहाया रहेगा, जहां भक्तों के लिए विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं ताकि वे इस पवित्र अवसर पर अपने आराध्य भगवान का आशीर्वाद प्राप्त कर सकें।
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