प्रदूषण के आंकड़े
सीपीसीबी के आंकड़ों के अनुसार, आज सुबह आनंद विहार में एक्यूआई 351, बवान में 317, नरेला में 302, बुराड़ी में 292, द्वारका में 275 और रोहिणी में 292 दर्ज किया गया। यह आंकड़े स्पष्ट रूप से दिखाते हैं कि दिल्ली में कई इलाकों की हवा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो चुकी है।
दिवाली पर गंभीरता
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, इस बार दिवाली अक्टूबर में है और इस माह में एक दिन भी बारिश नहीं हुई है, जिससे मौसमी परिस्थितियां प्रतिकूल हो गई हैं। यदि प्रदूषण का यह स्तर जारी रहा, तो दिवाली के दिन दिल्लीवासियों को गंभीर श्रेणी की हवा में सांस लेने को मजबूर होना पड़ सकता है। मंगलवार को कुल आठ इलाकों में एक्यूआई 300 के पार था, जिसमें मुंडका सबसे अधिक 325 पर पहुंच गया।
हवा की गति और प्रभाव
भारतीय उष्णदेशीय मौसम विज्ञान संस्थान (आईआईटीएम) ने बताया कि मंगलवार को हवाएं दक्षिण-पूर्व से पूर्व दिशा की ओर चल रही थीं, जिसकी गति 8 से 10 किलोमीटर प्रतिघंटा थी। बुधवार को हवाओं का रुख उत्तर से दक्षिण-पूर्व दिशा की ओर होगा, जबकि गुरुवार को ये उत्तर-पश्चिम की ओर चलेंगी। शुक्रवार को हवा की चाल और भी प्रभावित हो सकती है, जिससे हवा की गुणवत्ता में गिरावट की आशंका है।
राजधानी में सुबह और शाम हल्की ठंड का अहसास हो रहा है, लेकिन दिन में धूप परेशानी का सबब बन रही है। मौसम विभाग ने कहा है कि पहाड़ों से आने वाली ठंडी हवाएं तापमान में गिरावट लाएंगी, जिससे रातें और सर्द होंगी। इस सब के बीच, यमुना नदी की सतह पर जहरीली झाग की परत भी देखी गई है, जो प्रदूषण के स्तर को और बढ़ाने में योगदान दे रही है। दिल्लीवासियों को इस गंभीर स्थिति का सामना करने के लिए जागरूक रहना होगा और स्वास्थ्य के प्रति सतर्कता बरतनी होगी।