KNEWS DESK – दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार अपने अंतिम चरण में है, और इस बीच मुस्तफाबाद सीट से AIMIM के प्रत्याशी ताहिर हुसैन लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। 2020 दिल्ली दंगों के आरोप में जेल में बंद ताहिर हुसैन को सुप्रीम कोर्ट द्वारा चुनाव प्रचार के लिए कस्टडी पैरोल दी गई है। उन्हें हर दिन 12 घंटे के लिए जेल से बाहर आने की अनुमति मिली है, लेकिन उन्होंने दावा किया है कि उन्हें प्रचार के लिए पूरा समय नहीं मिल रहा है।
प्रचार के लिए पूरा समय नहीं मिल रहा – ताहिर हुसैन
ताहिर हुसैन ने अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा, “सुप्रीम कोर्ट ने मुझे चुनाव प्रचार के लिए 12 घंटे की पैरोल दी है, लेकिन असल में मुझे 8 घंटे भी नहीं मिल पा रहे हैं।” उन्होंने बताया कि जेल से बाहर आने और वापस जाने में समय लग जाता है, जिससे उनका प्रचार अभियान बाधित हो रहा है। उन्होंने पुलिस प्रशासन के सामने अपनी इस समस्या को उठाया और उम्मीद जताई कि आगे के दिनों में उन्हें पूरा समय मिलेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि, “प्रशासन संवैधानिक तरीके से काम कर रहा है, और मैं किसी पर आरोप नहीं लगा रहा। मुझे उम्मीद है कि आज और कल मुझे पूरा समय मिलेगा ताकि मैं अपने मतदाताओं से मिल सकूं।”
‘मेरे खिलाफ साजिश हो रही है’
ताहिर हुसैन ने बताया कि जेल से बाहर आकर प्रचार स्थल तक पहुंचने में करीब एक घंटा लगता है। उन्होंने कहा, “रोज़ पांच-दस मिनट की देरी हो ही जाती थी, लेकिन आज पहली बार मैं 8 बजे तक पहुंच पाया। इससे पहले मैं 9-10 बजे तक ही पहुंच पाता था और शाम 5 बजे से पहले ही मुझे वापस ले जाया जाता था। चुनाव प्रचार के लिए पूरा समय नहीं मिलने से मेरी रणनीति प्रभावित हो रही है।”
ताहिर हुसैन ने मुस्तफाबाद में अपने विरोधियों पर साजिश रचने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “बीजेपी नहीं चाहती कि मैं चुनाव प्रचार करूं, आम आदमी पार्टी भी मेरे प्रचार में बाधा डाल रही है।” उन्होंने दावा किया कि उन्हें प्रचार से रोकने की कोशिश की जा रही है, ताकि वह अपने मतदाताओं तक अपनी बात न पहुंचा सकें।
मुस्तफाबाद में कड़ा मुकाबला
मुस्तफाबाद विधानसभा सीट पर इस बार चुनावी मुकाबला काफी दिलचस्प हो गया है। ताहिर हुसैन AIMIM के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं, जबकि बीजेपी ने मोहन सिंह बिष्ट को टिकट दिया है। कांग्रेस ने अली मेहंदी को और आम आदमी पार्टी ने आदिल अहमद खान को अपना प्रत्याशी बनाया है। पिछली बार यह सीट आम आदमी पार्टी के हाजी यूनुस ने जीती थी, लेकिन इस बार चुनावी समीकरण पूरी तरह बदलते नजर आ रहे हैं।