KNEWS DESK – पाकिस्तान पर सर्जिकल स्ट्राइक जैसे निर्णायक ऑपरेशन सिंदूर के बाद उत्पन्न हालात को लेकर केंद्र सरकार द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक बुधवार को समाप्त हो गई। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की, जिसमें गृह मंत्री अमित शाह, विदेश मंत्री एस. जयशंकर और संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू समेत कई प्रमुख नेता शामिल हुए।
बैठक में विपक्ष को ऑपरेशन के परिणामों, पाकिस्तान की प्रतिक्रियाओं और भविष्य की रणनीति को लेकर जानकारी दी गई। हालांकि, कुछ संवेदनशील बिंदुओं पर गोपनीयता बनाए रखने का हवाला देते हुए पूरी जानकारी साझा नहीं की गई।
कांग्रेस का समर्थन, सभी कार्यक्रम स्थगित
बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, “संकट की इस घड़ी में हम सरकार के साथ हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा से ऊपर कुछ नहीं होता।” कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी सरकार को पूर्ण समर्थन देने की बात दोहराई। राष्ट्रीय एकता का संदेश देते हुए कांग्रेस ने ‘संविधान बचाओ रैली’ समेत अपने सभी निर्धारित कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं।
बढ़ते तनाव के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 13 से 17 मई तक प्रस्तावित नॉर्वे, क्रोएशिया और नीदरलैंड की यात्रा रद्द कर दी है। यह कदम यह दर्शाता है कि सरकार वर्तमान सुरक्षा स्थिति को सर्वोच्च प्राथमिकता दे रही है।
सीमा पर हाई अलर्ट, सेना की पैनी नजर
सेनाध्यक्ष जनरल उपेंद्र द्विवेदी नियंत्रण रेखा (LoC) पर लगातार स्थानीय सैन्य अधिकारियों के संपर्क में हैं। पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (PoJK) में आतंकी ठिकानों पर की गई भारतीय सेना की कार्रवाई के बाद, सेना हर गतिविधि पर कड़ी नजर बनाए हुए है। रक्षा अधिकारियों के अनुसार, किसी भी जवाबी कार्रवाई की आशंका को देखते हुए सीमा पर हाई अलर्ट जारी है।
ऑपरेशन सिंदूर: 25 मिनट में नौ ठिकानों पर तबाही
6-7 मई की दरम्यानी रात 1:05 बजे से 1:30 बजे के बीच हुए ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सशस्त्र बलों ने 24 मिसाइलें दागीं और 9 आतंकी शिविरों को तबाह कर दिया। इनमें से 5 ठिकाने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में और 4 पाकिस्तान की सीमा के भीतर थे। इन शिविरों में आतंकियों की भर्ती और प्रशिक्षण होता था। इस कार्रवाई में आतंकी सरगना मसूद अजहर के परिवार के 10 सदस्यों की मौत की भी पुष्टि हुई है।